बाड़मेर कथाओं के साथ भजनों ने श्रोताओं का मन मोह लिया
बाड़मेर
कथा में षिव विवाह का उत्सव बड़े धूम धाम से मनाया। झांकीयों को देखकर श्रोतागण झूम उठे। महाराज ने भगवान शंकर विवाह को सविस्तार पूर्वक चरित्र करके पांडाल को हिमाचाल नगरी में परिर्वतन कर दिया। शंकर भगवान की बारात मंे भगवान विष्णु, ब्रह्मा, इंदुदेव, भूत पिचाच भी पधारे षिव विवाह में भगवान ने पार्वती को जयमाला पहनाई। माने स्वर्ग धरती पर उतर आया हो।
आरती का लाभ मुकेष शर्मा व हनुमानदास सोनी ने लिया। कथा संयोजक दुर्गाषंकर ने श्रोताओं को समय पर कथा में आने के लिये निवेदन किया। कथा संयोजक बाबूलाल माली ने आरती में शांति बनाकर रहने का अनुरोध किया। प्रसादी का लाभ भूरसिंह माधोसिंह दोहट ने लिया।
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