राजमार्ग निर्माण में पाइपलाइन टूटी , जलापूर्ति रहेगी बाधित 

बाड़मेर 
जोधपुर से बाड़मेर तक बन रहे राजमार्ग के निर्माण कार्य के जलदाय विभाग की टिड्डी चेतावनी कार्यालय के आगे की तीन पाइप लाइन एक साथ टूटने से टूटने के कारण आगामी दो तीन दिन तक और शहर भर में पानी की सप्लाई नहीं हो पाएगी । राष्ट्रिय राजमार्ग निर्माण कार्य में लगी कंपनी की लापरवाही के चलते शहर को पेयजल उपलब्ध करवाने वाली मुख्य तीन पाइपलाइन की सिफ्टिंग से पहले खुदाई के चलते क्षतिग्रस्त हुई पाइपलाइनों से ही शहर को पानी आपूर्त होता था ऐसे में शहर में पानी की आपूर्ति इनकी मरम्मत तक के लिए बाधित रहेगी। पाइपलाइन को तोड़ने की घटना के बाद से जलदाय विभाग के अधिकारी मोके पर इसकी मरम्मत में लगे है लेकिन इसके बड़ी पाइपलाइन होने के चलते इसमें काफी वक़्त लगेगा। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम परिहार ने बताया की नव निर्माणाधीन राजमार्ग ने बाड़मेर व्रत के खंड बालोतरा ,खंड नगर और जिला खंड उत्तर की कई पाइपलाइनों को क्षतिग्रस्त किया है जिसके चलते कई मर्तबा जलापूर्ति बाधित रही है। विभाग द्वारा राष्ट्रिय राजमार्ग विभाग लिखे जाने के बावजूद पाइपलाइन सिफ्टिंग के लिए वित्त उपलब्ध नही करवाया गया है जिसके चलते हर दूसरे दिन राजमार्ग निर्माण में विभाग की पाइपलाइनों को नुकशान पहुंच रहा है ऐसे में यही क्रम बाड़मेर शहर के पास भी जारी रहा जिसके चलते शहर में जलापूर्ति करने वाली मुख्य पाइपलाइन को नुकशान पंहुचा है। मामले पर जलदाय विभाग के अधिकारी मोके पर पाइपलाइन को सही करने में दिन भर लगे रहे लेकिन इसमें अभी भी दो दिन लगने से शहर भर में दो तीन दिन पानी की आपूर्ति बाधित रहेगी। सोमवार को राष्ट्रिय राजमार्ग के निर्माण के दौरान जिन तीन पाइपलाइनों को तदा गया है उसमे एक 90 एम एम ,250 और 500 ए एम एम की है। इन दिनों लाइनो से शहर के स्टोरेज सिस्टम तक पेयजल पहुचता था ऐसे में इन तीनो पाइपलाइनों के टूटने से पानी की आपूर्ति बाधित रहेगी। 
कंपनी की लापरवाही ,खामियाजा जनता को 
जोधपुर से बाड़मेर तक बन रहे राजमार्ग निर्माण के दौरान निर्माण में लगी कंपनी के अधिकारियो को जलदाय विभाग द्वारा कई मर्तबा पाइपलाइन सिफ्टिंग के लिए लिखा गया बावजूद उसके कंपनी द्वारा वित्त उपलब्ध नही करवाया गया है। इस दौरान अकेले खंड बालोतरा ,खंड नगर और जिला खंड उत्तर की पाइपलाइनों के बदलाव का 5 करोड़ रूपये अभी भी बकाया है जिसके लिए जलदाय विभाग बीते 8 महीनो से राष्ट्रिय राजमार्ग विभाग और निर्माण कंपनी को कई मर्तबा कह चूका है लेकिन अभी तक यह राशि विभाग को नही मिली है। परिहार के मुताबित इस पुरे निर्माण के दौरान कई गावो और ढाणियों में पेयजल आपूर्ति के लिए जाने वाली पाइपलाइनों को भरी नुकशान पहुचाया गया है लेकिन किसी भी तरह का वित्त ना तो उसकी मरम्मत के लिए दिया गया है और न ही पाइपलाइन की सिफ्टिंग के लिए ऐसे में इसके चलते आम जनता को कंपनी की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पद रहा है।

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