नरेगा श्रमिकों के खातो का भामाशाह पोर्टल में इन्द्राज करने के निर्देश 
बाड़मेर।
महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत नियोजित श्रमिकों के खाते कोर बंैकिंग सुविधा युक्त बैंकांे में खुलवाकर भामाशाह पोर्टल में इन्द्राज करवाने के निर्देश दिए है। 
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत किए जा रहे भुगतान को राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी भामाशाह योजना से जोड़े जाने का निर्णय लिया गया है। नरेगा साफ्ट में प्रविष्ट कराए जा चुके आधार नंबर का लिकेंज लाभार्थी के सीबीएस आधारित बैंक खातांे के साथ कराया जाना है। उन्हांेने बताया कि जिन श्रमिकों के आधार नंबर किसी बैंक खाते से जुड़े हुए नहीं है अथवा आधार नंबर नहीं है एवं उस श्रमिक का भामाशाह कार्ड मंे सीबीएस आधारित बैंक खाता अंकित है, ऐसी स्थिति में सत्यापन उपरांत सीबीएस आधारित इस बैंक खाते को नरेगा साफ्ट में प्रविष्टि कराया जाए। उन्हांेने बताया कि यदि श्रमिक के पास आधार नंबर नहीं है अथवा आधार का लिकेंज सीबीएस बैंक खाते के साथ नहीं है तथा भामाशाह कार्ड एवं नरेगा साफ्ट दोनांे में अलग-अलग सीबीएस आधारित बैंक खाते को भामाशाह कार्ड में प्रविष्ट कराया जाए। भामाशाह कार्ड में एक व्यक्ति के एक से अधिक खाते जोड़े जाने का प्रावधान उपलब्ध है। 
जिला कलक्टर ने बताया कि भामाशाह योजना के तहत चयनित पंचायत समितियांे में कोर बैंकिंग सुविधा युक्त बैंक शाखाआंे में खाते खोलने के साथ इनका इन्द्राज 20 सितंबर तक अनिवार्य रूप से भामाशाह पोर्टल में करने के निर्देश दिए गए है। उन्हांेने बताया कि भामाशाह योजना में 31 दिसंबर 2015 तक नामांकन कराने वाले परिवार का नामांकन निःशुल्क किया जा रहा है। वर्तमान में यह सुविधा अटल सेवा केन्द्र तथा ई मित्र केन्द्रों पर स्थाई रूप से उपलब्ध हैं। जहां परिवार के सभी सदस्य एक साथ आधार कार्ड एवं कोर बैंकिंग खाता संख्या के अलावा कुछ आवश्यक जानकारी देकर नामांकन करा सकते हैं। किसी परिवार का कोर बैंकिंग खाता नहीं हो तो भी ई-मित्र केन्द्र पर खुलवाये जाने की सुविधा है। ई मित्र केन्द्र या भामाशाह योजना की वेबसाइट के माध्यम से भी ऑनलाईन नामांकन भी कराया जा सकता है। उन्हांेने बताया कि भामाशाह नामांकन में दर्ज सूचनाओं के सत्यापन के बाद परिवार की महिला मुखिया के नाम भामाशाह परिवार कार्ड बनाया जाता है। परिवार का कोई भी सदस्य अगर अपना व्यक्तिगत कार्ड बनवाने का इच्छुक हो तो वह 30 रुपये का शुल्क देकर बनवा सकता है। भामाशाह कार्ड बनवाने पर बीपीएल परिवार की महिला मुखिया को 2 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

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