तालिम के बिना कोई तरक्की नहीं-गफूर
अभिनन्दन समारोह में उमड़े मौमिन
बाड़मेर 29 अगस्त। सिंधी मुस्लिम हॉस्टल में नव निर्वाचित राजकीय महाविद्यालय के संयुक्त सचिव पद पर निर्वाचित बरकत खां का मुस्लिम समाज की ओर से अभिनन्दन किया गया। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जामिया मिलीया विश्व विद्यालय के प्रोफेसर उमर गौतम ने कहा कि इस्लाम में सदा अमन शान्ति का पैगाम दिया। आतंकवाद का इस्लाम धर्म से कोई तालुक नही हैं। 
उन्होने कहा कि हिन्दुस्तान में दो तरह के मुसलमान आये जिसमें एक तलवार दुसरा किरदार लेकर आया। जो तलवार लेकर आया उसने जमीन पर कब्जा किया, जो किरदार लेकर आया वो बुजुर्गो की दुआ से दीन धर्म प्यार, मोहब्बत व शान्ति का संदेश दिया। इस्लाम किसी गरीब, मजलूम, बेवाओं, पड़ोसी की मदद करना, अपने वतन से मोहब्बत करना, भूखे और प्यासे को पानी पिलाना ही इस्लाम हैं।  मेरे प्यारे नबी ने अपने चाचा, रिश्तेदारों को कातिलो को इस तरह बक्स दिया यह कहते हुए इस्लाम अदावत की तालिम नही देता, मोहब्बत का पैगाम देता हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व मंत्री हाजी गफूर अहमद ने कहा कि कोई वर्ग बिना तालिम के तरक्की नही कर सकता। इल्म एक ऐसी रोशनी जो आदमी को बुलन्दी तक पहुंचाती है। उन्होने मुस्लिम कौम से आह्वान किया कि अपने बच्चे और बच्चियों को तालिम दे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पूर्व प्रधान समा बानो ने कहा कि अपने बेटियों को अच्छी तालिम दो। समाज में बालक-बालिकाओं में शिक्षा में भेदभाव नही रखना चाहिये। पैगम्बर ए इस्लाम ने अपनी बेटी फातमा को आला किस्म की तालिम दिलाई। इस अवसर पर कांग्रेस की जिलाध्यक्ष फतेह खां ने युवाओं की सराहना करते हुए कहा कि सभी एक जुट होकर दीनी दुनिया भी कामो के लिए कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलना हैं। इस अवसर पर सरपंच नवाज अली दर्ष, सरपंच खान मोहम्मद, पूर्व सरपंच रहीम खा, ईशा खा राजड़, मुस्लिम छात्रसंघ के अध्यक्ष अरसद राजड़, मुफ्ती मोहम्मद अली, सोकत खा पराड़िया, कचरा खा समेजा, रसूल खा राजड़, एडवोकेट कमाल खा, कबूल खां, रहमान हाले पोतरा, सदाम हुसेन धनाउ, रहीम खडीन, हाजी रहीम खा शीपा, लतीफ खां, बच्चु खां कुम्हार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। मंच का संचालन पूर्व सदर असरफ अली ने किया। मुस्लिम छात्रसंघ के प्रमुख इस्लाम खां बासण पीर ने आये मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।
मुस्लिम प्रतिभा का हुआ सम्मान
इस अवसर पर पूर्व मंत्री गफूर अहमद ने प्रतिभाओं को स्मृति चिन्ह भेट कर उनका सम्मान किया। समाज के भामाशाह भी आये आगे
इस मौके पर मुस्लिम कौम के कई भामाशाहों ने हॉस्टल के विकास के लिए सहायता राशि भेट की।

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