तस्कर हेमाराम सहित तीन गिरफ्तार
बाड़मेर। नकली नोट प्रकरण में एटीएस व पुलिस ने ब्राउन शुगर के एक मामले में सजा काट चुके पुराने तस्कर हेमाराम व दो अन्य को गिरफ्तार किया। हेमाराम को न्यायालय में पेश किया गया, जहां पांच दिन के पुलिस रिमाण्ड पर भेजा गया।


अनुसंधान अधिकारी ने बताया कि हेमाराम पुत्र रायमलराम निवासी खड़ीन को पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में लिया गया था। 2.47 लाख रूपए के नकली नोट के साथ गुरूवार रात पकड़े गए नबिया ने पूछताछ में बताया था कि नकली नोटों की यह डिलीवरी वह हेमाराम को देने जा रहा था।


नबिया के इस खुलासे के बाद पुलिस ने हेमाराम को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की। पूछताछ में शनिवार रात उसने नबिया की बात की पुष्टि की। इस पर उसे हिरासत में ही गिरफ्तार कर लिया गया। 


उसे रविवार को न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया, जहां पांच दिन के पुलिस रिमाण्ड पर भेजा गया। हेमाराम वर्ष 2002 में स्वास्थ्य महकमे में कम्पाउण्डर था। उस दौरान उसे गुजरात एटीएस ने तीन किलो ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया। उस मामले में उसे दस वर्ष की सजा हुई। वह वर्ष 2012 में रिहा हुआ।


इन्हें नोट बेचता हेमाराम
पुलिस हिरासत में पूछताछ के लिए लाए गए प्रेमकुमार धोबी व गिरधारी खत्री निवासी चौहटन को रविवार रात हिरासत से ही गिरफ्तार कर लिया। इन्होंने हेमाराम से नकली नोट खरीदने की स्वीकारोक्ति की। 


कहां से आए नोट व कारतूस
अभी तक नबिया ने यह ने बताया कि यह नकली नोट उसके पास कहां से आए। इन नोटों के अलावा हथियार व हेरोइन की डिलीवरी आने का अंदेशा है, लेकिन नबिया सच नहीं उगल रहा है। नबिया के घर से बरामद 93 कारतूस का सच भी सामने आना बाकी है। पुलिस व एटीएस अभी कई अन्य संदिग्धों से पूछताछ जारी रखे हुए हैं। 


जखीरा बाड़मेर में ही?
सीमा पार से बड़ा असलाहा बाड़मेर में नबिया अथवा उसके विश्वस्त के पास पहुंचने का अंदेशा है। सूत्रों का मानना है कि यह जखीरा अभी बाड़मेर में ही कहीं पर गड़ा हुआ है। नबिया के सच उगलने पर पुलिस व एटीएस के हाथ बड़ी सफलता लग सकती है।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top