मरूधरा को अब मिलेगी बेहतर चिकित्सा सुविधा - कर्नल 
बाडमेर
बाड़मेर जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी के अथक प्रयासो से मरूस्थलिय क्षेत्रोे मे सेवाएंे देने वाले चिकित्सचको को विशेष भता दिया मिलेगा। पिछले लम्बे मरूस्थलिय क्षेत्रो मे चिकित्सो की कमी के कारण चिकित्सा सेवाए उपलब्ध न होने से काफी परेशानीयो को सामना करना पड रहा था। जिस माननीय सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी द्वारा इस मुददे को केन्द एंव राज्य सरकार के ध्यान मे लाकर निवेदन किया गया।
सांसद के निजी सचिव अशोक शर्मा ने बताया मरूस्थलीय जिलो मे नियुक्त चिकित्सको को वेतन के अलावा विशेष भता नही मिलने के कारण यहा पर चिकित्सको द्वारा नियुक्ति मे रूचि नही लेेने के कारण अधिकांश पद रिक्त है। इस पर माननीय सांसद चैधरी द्वारा माननीय मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात कर निवेदन किया तथा माननीय चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्री डा0 हर्षवधर्नन से मुलाकात कर सिमावर्ति जिले को विशेष परिस्थतियो को मध्यनजर रखते हुए विशेष भता देने की मांग रखी तथा लोकसभा के बजट क्षत्र मे भी इस मुदे को उठाकर केन्द्र व राज्य सरकार के ध्यान मे लाया गया जिस राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव तैयार कर केन्द्र सरकार को भेजा गया जिस पर केन्द्र सरकार द्वारा राजस्थान के 10जिलो (बाड़मेर,जैसलमेर,जालोर,डूगरपुर,राजसंमद,उदयपुर बासंवाडा,करौली धोलपुर,बूदी) को दुर्गम क्षैत्र व 3 जनजातिय जिलो (बांसवाडा,सिरोहि,प्रतापगढ) मे स्वास्थ्य विभाग मे कार्यरत विशेषज्ञ, चिकित्सा अधिकारी,एलएचवी, स्टाफनर्स,जीएनएम,एलटी,एंव फार्मासिस्टो को दुर्गम क्षैत्र प्रोत्सहान राशी की स्वीकृति प्रदान कर 1 नवम्बर 2014 से भुगतान करने हेतु लागू किया गया ं। चिकित्सा संस्थानो को भौगोलिक स्थिती के आधार पर तीन श्रंेणी वी 3, वी 2, वी 1 मे विभाजित किया गया है। वी 3 स्थ्ति चिकित्सा संस्थानो मे कार्यरत पद के अनुसार 5 हजार रूप्ये से 30 हजार रूप्ये तक वी 2 मे कार्यरत पदेा पर 2500 से 15 हजार रूप्ये तक एंव वी 1 मे कार्यरत को 1500 से 7500 रूप्ये मासिक प्रोत्सहान राशि वेतन के साथ मिलेगी।

जिले मे वी 3 मे सीएएसी पाटोदी,बाटाडू,सेडवा,गुडामालानी,देतानी,गडरारोड़,नोखडा व निम्बलकोट वी 2 मे सीएचसी रामसर,रानीगांव,बिशाला,कल्याणपुर,पचपदरा,जसोल,बायतू,कवास,चैहटन,शिव,सिणधरी,सिवाना व समदडी एंव वी 3 मे 52 पीएचसी वी 2 39 पीएचसी, वी 1 मे 3 पीएचसी को लिया गया है। जिले के सभी उप स्वास्थ्य केन्द्रो को भी भौगोलिक स्थिती के आधार पर वी 3,वी 2 एंव वी 1 मे बांटा गया है।

इससे अन्ताराष्टीय सीमावर्ती एंव मरूधरा मे स्वास्थ्य विभाग मे चिकित्सकों एंव नर्सिग स्टाफ की कमी दूर हो सकेगी। स्टाफ मुख्यालयो पर रहकर सेवाएंे प्रदान करेगंे जिससे आम जन को राहत एंव बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया होगी। इस हेतु माननीय संासद ने माननीय मुख्यमंत्री एंव माननीय चिकित्सा मंत्री का आभार प्रकट किया। 

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