पीएम ने काशी को दी कई सौगातें, जयापुर गांव को लिया गोद
वाराणसी
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प्रधानमंत्री बनने के बाद शुक्रवार को पहली बार काशी पहुंचे नरेन्द्र मोदी ने पूर्वाचल को कई सौगातें दीं। बुनकरों के लिए व्यापार सुविधा केन्द्र और शिल्प संग्रहालय के शिलान्यास के साथ पावरलूम सुविधा केन्द्र का उद्घाटन किया। पूर्वी उत्तर प्रदेश के 16 सहकारी बैंकों को उबारने के लिए 2375 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की। इसका पूरा लाभ बुनकरों और छोटे व्यापारियों को मिलेगा। सांसद आदर्श ग्राम के अंतर्गत जयापुर गांव को गोद लिया और गांव वालों से रूबरू हुए। विकास योजनाओं की घोषणा के बहाने राज्य सरकारों और विपक्ष को विकास पर राजनीति बंद करने की नसीहत दी। मोदी ने कहा कि सामान्य आदमी का भला तब होगा, जब राज्य सरकार विकास के कामों से राजनीति को दूर रखे। 

काशी में 150 करोड़ का प्रोजेक्ट शुरू 
काशी पहुंचने पर मोदी सबसे पहले बुनकरों से मिले। बडमलालपुर में व्यापार सुविधा केन्द्र और शिल्प संग्रहालय के शिलान्यास के बाद आयोजित सभा में कहा कि खेती के बाद सबसे अधिक रोजगार टेक्सटाइल में है। यहां कम पूंजी में ज्यादा लोग अपनी आजीविका चला सकते हैं। इस क्षेत्र में बदलाव की जरूरत है। कस्टमर को नई चीज चाहिए, नए डिजाइन चाहिए। जो इस बदलाव को समझ नहीं पाता उसका विस्तार नहीं हो पाता। जरूरी नहीं कि विस्तार के लिए बड़ी-बड़ी डिग्रियां लें और बड़े कॉलेजों में पढ़ाई करें। यह काम अपने शहर में भी सीख सकते हैं। आज इसका शुभारंभ बनारस की धरती से हो रहा है।

यह एक तरह से 500 करोड़ का प्रोजेक्ट है। अगर जमीन की कीमत छोड़ भी दें तो डेढ़ सौ करोड़ का प्रोजेक्ट आज काशी से शुरू हो रहा है। आने वाले समय में कोई किसी भी काम से काशी आए, इस सेंटर पर जरूर आएगा। मोदी ने बुनकरों को समझाया कि जरूरत है तकनीकी बढमने की। कंप्यूटर से नई-नई डिजाइनिंग और क्वालिटी तैयार करने की। इसका लाभ मिलता है प्रोडक्शन में, स्पीड में, क्वालिटी में और डिजाइन में। सरकार ने इसी को बढ़ावा देने का फैसला किया है, जिससे हम दुनिया का मुकाबला कर सकें। बनारस से दुनिया अपरिचित नहीं। बनारसी साड़ी को किसी प्रचार की जरूरत नहीं है। इसे हम ई-कामर्स से आगे बढ़ सकते हैं। हम इस उद्योग को और ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। मोदी ने कहा कि आपका लाभांश सीधे आपके खाते में जाएगा।

बैंकों पर ध्यान देने से आम आदमी का होगा भला 
मोदी ने कहा कि केवल पश्चिमी भाग के विकास से पूरे देश का विकास नहीं होगा। भारत के पूर्वी छोर का भी विकास जरूरी है। इसी को देखते हुए पूरा ध्यान पूर्वी हिस्से पर फोकस किया है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के सहकारी बैंक आर्थिक संकट, विकृतियों के कारण बंद हो गए हैं। इससे सबसे ज्यादा नुकसान आम आदमी का हो रहा है। मध्यम निम्न वर्ग के छोटे व्यापारी और किसान परेशान हैं। इसी को देखते हुए सहकारी बैंकों को उबारने के लिए 2375 करोड़ रुपये का पैकेज देने का फैसला किया गया है। इससे देवरिया, बहराइच, सिद्धार्थनगर, जौनपुर, हरदोई, बस्ती, बलिया, आजमगढ़, फतेहपुर, सीतापुर, गोरखपुर, देवरिया, इलाहाबाद, गाजीपुर, वाराणसी और फैजाबाद जिले के लोगों को फायदा होगा। 

इसलिए चुना जयापुर गांव को
अपने आदर्श ग्राम जयापुर पहुंचे मोदी ने इस गांव को चुनने का कारण भी बताया। मोदी ने कहा कि मैंने सबसे पहले काशी के किसी गांव का नाम सुना तो वह था जयापुर। और वो भी एक संकट की घड़ी में इसका नाम सुना। चुनाव के दौरान यहां एक हादसा हो गया था। मैं एमपी तो था नहीं, हमारी सरकार भी यहां नहीं थी। मैने सरकारी अधिकारियों को फोन किए, सब लोग यहां मदद के लिए पहुंचे। इसी हादसे के बाद मेरे दिल दिमाग में जयापुर ने जगह ले ली। 

सांसद गांव को नहीं, गांव सांसद को गोद लेगा
मोदी ने कहा कि मैं सुन रहा हूं प्रधानमंत्री ने गांव को गोद लिया है। यह सांसद आदर्श ग्राम योजना ऐसी है कि हकीकत में कोई सांसद गांव को गोद नहीं लेगा, गांव सांसद को गोद लेगा। क्योंकि हम सांसद बन जाएं, मंत्री बन जाएं, मुख्यमंत्री बन जाए, प्रधानमंत्री बन जाए। हम कहीं पर भी पहुंचे लेकिन गांव के लोगों से जो सीखने को मिलता है वह कहीं और नहीं मिलता। अगर अच्छा जनप्रतिनिधि बनना है तो गांव के लोगों को समझना, उनसे कुछ सीखना है तो बाबुओं या अफसरों के बीच बैठकर नहीं सीखा जा सकता। गांव के अनुभवी लोगों से ही बहुत कुछ सीखा जा सकता है। 

सीएम और गवर्नर ने किया स्वागत
वाराणसी के बाबतपुर स्थित हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, राज्यपाल रामनाईक और महापौर रामगोपाल मोहले ने किया। बडमलालपुर में मोदी के साथ मंच पर कपडम मंत्री संतोष गंगवार, राज्यपाल के अलावा यूपी के स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन भी उपस्थित रहे। वहीं, जयापुर स्थित गांव में सूबे के पीडब्ल्यूडी राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटेल ने उनकी अगवानी की और मंच पर मौजूद रहे।

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