बाड़मेर में पटाखे की दुकान में आग, 7 लोग जिंदा जले
बाड़मेर।
दीपावली अलसुबह बालोतरा शहर में पटाखों की दुकान में लगी आग में सात लोग जिंदा जल गए। इसमे एक ही परिवार के छह सदस्य थे।
आग इतनी भयानक थी कि चार घंटे तक काबू में नहीं आई। आग की लपटों और हाहाकार को सुनकर रात करीब 1 बजे शहर के लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने के प्रयास नाकामयाब रहे।
जानकारी अनुसार शहर के शास्त्री सर्किल के निकट महामाया फैंसी स्टोर के बाहर गुरूवार रात 1 बजे बाद पटाखों का काऊंटर लगा हुआ था। यहां रात करीब एक बजे तक ग्राहकी जोरों पर थी।
इस दौरान फटाखा काऊंटर पर एक ग्राहक मिसाइल गन की खरीददारी करते हुए चैक कर रह था। इस गन से निकले बारूद से काऊंटर पर फटाखों ने आग पकड़ ली और एक साथ फटाखे फूटने लगे।
यह देख दुकान मालिक और स्टाफ के होश फाख्ता हो गए और वे पीछे बनी दो मंजिला फैंसी स्टोर आग न पकड़ ले इसके लिए दुकान के अंदर कूद गए और अंदर से शटर बंद कर दिया। इस दौरान कुछ रॉकेट दुकान के अंदर घुस गए और दुकान में भी आग लग गई।
अंदर घुसे सातों सदस्य फिर बाहर नहीं निकल सके और भयानक आग में घिर गए। आग को देखते ही बाजार में हाहाकार मच गया। आग की भयानकता के कारण कोई भी नजदीक जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
पुलिस, प्रशासन,एम्बुलेंस और दमकल वाहन के लिए तुरंत फोन किए गए। बालोतरा से दमकल वाहन पहुंचा लेकिन आग काबू में नहीं आ रही थी। मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, डिप्टी और पुलिस जाब्ता भी पहुंच गया।
बाड़मेर से केयर्न एनर्जी के वाहन को बुलाय गया जो रात करीब तीन बजे पहुंचा। इसके बाद आग पर नियंत्रण पाया गया। तब तक सबकुछ स्वाह हो गया।
सात की मृत्यु
आग में गेमरसिंह(58 ) पुत्र विरधसिंह, जालमसिंह (25)पुत्र गेमरसिंह, महेन्द्रसिंह(22) पुत्र गेमरसिंह, कुलदीपसिंह(22) पुत्र किशनसिंह, कुलदीपसिंह(19) पुत्र मोडसिंह, स्वरूपसिंह (18 )पुत्रदीपसिंह, राजूसिंह (25)पुत्र पन्नेसिंह राव जिंदा जल गए।
एक ही परिवार के छह सदस्य
यह दुकान किशनसिंह की है। उनके सगे बड़े भाई गेमरसिंह भी यहीं कार्य करते है। दीपावली पर गेमरसिंह व उसका पुत्र महेन्द्रसिंह व जालमसिंह, किशनसिंह का पुत्र कुलदीपसिंह, चचेरा रिश्तेदार कुलदीपसिंह व साले का पुत्र स्वरूपसिंह में ही थे। एक ही परिवार के इन छह सदस्य जिंदा जल गए।
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