गंगाराम के परिजन को बंधाया ढांढस
बाड़मेर।
मुख्यमंत्री वसुंधराराजे शुक्रवार को किसान नेता एवं पूर्व मंत्री गंगाराम चौधरी के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके निवास पहुंचीं। यहां उन्होंने गंगाराम चौधरी के पुत्र गणपतस्वरूप चौधरी व पौत्री व भाजपा नेत्री डा. प्रियंका चौधरी को ढाढ़स बंधाया।शोकसभा में शरीक होकर पुष्पांजलि अर्पित की।फिर गंगाराम के जाटावास स्थित निवास पहुंची और यहां महिलाओं के साथ बैठकर संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने चौधरी गंगाराम के निवास और उनके इस घर में रहकर चुनाव लड़ने की तैयारियों की जानकारी ली। उनकी कई यादों को भी साझा किया। यहां से राजे रवाना होकर चंचल प्राग मठ पहंुची। यहां महंत शंभूनाथ सैलानी से आशीर्वाद लिया और मठ में दर्शन किए।  

इस दौरान उन्होंने सैलानी से बाड़मेर के विकास की बातें की। भाजपा प्रत्याशी कर्नल सोनाराम चौधरी, विधायक कैलाश चौधरी, तरूणराय कागा, लादूराम विश्नोई, उद्यमी तनसिंह, पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा, जिलाध्यक्ष पर्बतसिंह, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल, बालाराम मूंढ़, रावत त्रिभुवनसिंह, विधायक भैराराम सियोल आदि साथ थे।

पौने दो घंटे रूकी बाड़मेर

वसुंधरा राजे करीब पौने दो घंटे बाड़मेर रूकी। गंगाराम के घर पहुंचकर वे भावुक नजर आई। महिलाओं के साथ बातें साझा करते उनकी आंखें नम हुई। एक घंटे तक यहां ठहरी। इसके बाद चंचल प्राग मठ में बीस मिनट रूकी। यहां से हेलीपेड पहंुची और जसोल के लिए रवाना हुई।

पंचतत्व में विलीन
रेगिस्तानी क्षेत्र के विकास के लिए लगभग पांच दशक तक राजनीतिक और सामाजिक जीवन में तप करते रहे कद्दावर किसान नेता एवं पूर्व मंत्री गंगाराम चौधरी गुरूवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। हजारों लोगों ने अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई दी। गंगाराम अमर रहे के नारों से माहौल गूंज गया। 
पूर्व मंत्री चौधरी का बुधवार रात निधन हो गया। जोधपुर से गुरूवार को उनकी पार्थिव देह को जाटावास स्थित उनके पैतृक निवास लाया गया। यहां से सुबह 9 बजे किसान छात्रावास अंतिम यात्रा पहुंची। यहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। उनकी पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित करने, नारियल चढ़ाने और पांव छूते हुए आने वालों की आंखे नम हो रही थीं। वे उनके कार्याे, उपलब्घियों और मिलनसारिता की बातें एक दूसरे को सुनाते हुए श्रद्धा प्रकट किए जा रहे थे। एक तरफ महिलाएं हरजस गाते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दे रही थीं। 

दोपहर 3 बजे तक यहां बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, जोधपुर सहित विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों की कतार खत्म नहीं हो रही थी। इसके बाद यहां से अंतिम यात्रा रवाना हुई तो मौजूद हजारों लोगों की आंखे नम हो गई और गंगाराम अमर रहे के नारे गूंजने लगे। अंतिम यात्रा शहर के किसान बोर्डिग, अहिंसा चौराहे, स्टेशन रोड़ बाजार,ढाणी बाजार होते हुए श्मशानघाट पहुंची। यहां पुत्र डा. गणपतस्वरूप चौधरी ने मुखाग्नि दी।पौत्र जय चौधरी व पड़ पौत्र रोहन चौधरी, पड़ दोहिता हिरल मदेरणा ने आंसुओं के साथ अंतिम विदाई दी। 

छलकते रहे आंसू- जैसे ही अग्नि संस्कार की रस्म हुई यहां मौजूद सैकड़ों लोगों की आंखे नम हो गई। गंगाराम अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा गंगाराम का नाम रहेगा के नारों के साथ किसान नेता को विदाई दी गई। 

जनप्रतिनिधि हुए शामिल- अंतिम दर्शन करने वालों में सांसद हरीश चौधरी, कर्नल सोनाराम चौधरी, कुलदीप धनकड़, विधायक हमीरसिंह भायल, मेवाराम जैन, अमराराम चौधरी, कैलाश चौधरी, तरूणराय कागा, लादूराम विश्नोई, छोटूसिंह, कानसिंह कोटड़ी, जालमसिंह रावलोत, श्रीमती मदन कौर, मेजर पर्बतसिंह, पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, ऊदाराम मेघवाल, सोहनलाल भांभू, सिमरथाराम चौधरी, बलवंतसिंह चौधरी, करणाराम चौधरी सहित कई लोग शामिल थे। मुख्यमंत्री ने व्यक्त की संवेदना- जय चौधरी ने बताया कि डा. प्रियंका चौधरी से मोबाइल पर बात कर मुख्यमंत्री वसुंधराराजे ने संवेदना व्यक्त की।

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