जलदाय विभाग और आरयूआईडीपी ने किया ओचक निरिक्षण

-पहले होगी समझाईस फिर मिलेगा नोटिस

बाड़मेर
बरसों तक पानी के तरसने वाले बाड़मेर में नहरी पानी आने के बाद लोगों में पानी को व्यर्थ बहाने की आदत में तेजी से इजाफा हुआ है जो कि आने वाले कल के लिये घातक साबित होगा इसी बात को आधार बनाकर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, आरयूआईडीपी, और सीसीडीयू के अधिकारियों ने महावीर नगर क्षैत्र में औचक निरिक्षण कर लोंगों से पहले दौर की समझाईस की। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिक्षण अभिन्यता ओ. पी. व्यास ने बताया कि क्षैत्र में पिछले कई दिनों से नहरी पानी की आपूर्ति के दौरान लोगों द्वारा पानी व्यर्थ बहाये जाने की जानकारी मिली थी उस जानकारी को आरयूआईडीपी जयपुर से साझा करने के बाद बुधवार की रोज आरयूआईडीपी के टीम लिडर एसपी जैन के नेतृत्व में अधिकारियों का दल बाड़मेर पहुंचा और इस दल ने महावीर नगर इलाके में निरिक्षण किया जिसमें कई जगहों पर लोंगों द्वारा पानी व्यर्थ बहाने की स्थिति को देखा गया जिस पर लोगों को पहले दौर की समझाईस की गई आरयूआईडीपी के जैन के मुताबिक रेतीले बाड़मेर में कई बरसों बाद नहरी पानी मुहैया हो पाया है बावजूद इसके लोंगों द्वारा पानी व्यर्थ बहाया जा रहा है जो कि बेहद गलत है ऐसे में दल द्वारा महावीर नगर क्षैत्र में लोगों से समझाईस की गई है आने वाले सप्ताह में लोगों को एक चेतावनी नोटिस दिया जायेगा उसके बावजूद उपभोक्ता अपनी आदत में सुधार नहीं करता है तो उसका घरेलू जल कनेक्षन काट दिया जायेगा। इस तरह के निरिक्षण के पिछे लोगों में इस संदेष को संम्प्रेषित करना है कि पानी की एक-एक बूंद किमती है इसे बहान बेहद गलत है। बुधवार की रोज हुए निरिक्षण में आरयूआईडीपी के प्रत्यूस गुप्ता, के. के. अग्रवाल, भरतसिंह, एल.एन. सीनी, सेलेष अग्रवाल, विकास कुमार, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जेपी जोरवाल, संजय जैन, महेष शर्मा, और सीसीडीयू के आईसी कन्स्लटैंट अषोकसिंह राजपुरोहित मौजूद थे। 

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