रेप मामले में आरोपी नागर का हुआ पोटेंसी टेस्ट
जयपुर। 
दुष्कर्म के आरोपी राजस्थान के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर आखिरकार मेडिकल जांच को राजी हो गए। नागर की शनिवार दोपहर मेडिकल जांच कराई गई। जयपुर के सवाईमानसिंह अस्ताल में नागर का ब्लड सैम्पल लेने के साथ पोटेंसी टेस्ट भी कराया गया। नागर के सैम्पल देने के बाद अब पीडिता का भी ब्लड सैम्पल लेकर जांच के लिए एफएसएल भेजा जाएगा। 
रेप मामले में आरोपी नागर का हुआ पोटेंसी टेस्टगौरतलब है कि लम्बी आंख मिचौली के बाद आखिरकार नागर दोपहर करीब 12 बजे गुपचुप एसएमएस अस्पताल पहुंचे, अस्पताल में सीबी-सीआईडी की टीम पहले से मौजूद थी। अस्पताल में नागर की मेडिकल जांच कराई गई। जांच के बाद नागर वहां से चुपचाप कहीं निकल गए। वे कहां गए हैं इस बार में किसी को नहीं बताया गया। इससे पहले नागर के बेटे ने कहा था कि वे धार्मिक यात्रा पर गए हुए हैं और वहां से लौटने के बाद ही मेडिकल जांच कराएंगे। 
इससे पहले नागर की तलाश में सुबह उनके सिविल लाइन स्थित आवास पर गई सीबीसीआईडी टीम को बैरंग लौटना पड़ा था। इसके बाद टीम के कुछ सदस्य उनके आवास पर ही रूक गए तथा कुछ एसएमएस अस्पताल गए। जांच अधिकारी वीके गौड़ ने बताया कि परिजनों का कहना था कि नागर फिलहाल जयपुर नहीं पहुंचे हैं और उनके पहुंचने पर उन्हें सूचित कर दिया जाएगा।

इससे पहले मेडिकल के लिए सहमति की सूचना मिलते ही जानकारी आई कि नागर बंगले पर हैं। इस पर कई नजदीकी शुक्रवार सुबह बंगले पर पहंुचे, लेकिन नागर वहां नहीं मिले। परिजनों ने भी कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। इस बीच सीआईडी ने बंगले पर पांच कर्मचारियों के बयान लिए। 


रिपोर्ट में देरी की आशंका

विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) में डीएनए टेस्ट के करीब 50 मामले पहले से लम्बित हैं। एफएसएल सूत्रों के मुताबिक, लम्बित नमूनों में दुष्कर्म, हत्या, पैतृकता और अज्ञात शव की पहचान के मामले हैं। ऎसे में सीआईडी नागर के सैम्पल की जांच पहले तभी हो सकेगी, जब सीआईडी जांच रिपोर्ट जल्दी देने के लिए पत्र लिखे। दूसरे कई मामलों की जांच रिपोर्ट के लिए कई पुलिस अधीक्षक पहले ही पत्र लिख चुके हैं, लेकिन स्टाफ कम होने के कारण रिपोर्ट मिलने में देर हो रही है। डीएनए प्रयोगशाला में वैज्ञानिक के दस पद स्वीकृत हैं, लेकिन यहां अभी सिर्फ पांच वैज्ञानिक हैं। पांचों वैज्ञानिकों को एक नमूने की रिपोर्ट तैयार करने के लिए साथ काम करना होता है।


सुनीता नागर के आरोपों पर सुनवाई पूरी

वहीं बाबूलाल नागर की पत्नी की सुनीता नागर ओर से पीडिता पर लगाए गए आरोपों पर कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई। जयपुर की एसीजेएम कोर्ट संख्या 9 में सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया गया। उधर, पीडिता की ओर से दायर प्रार्थना-पत्र पर भी सुनवाई पूरी हो गई। दोनों मामलों में कोर्ट अब मंगलवार को फैसला सुनाएगा। 

उल्लेखनीय है कि नागर की पत्नी सुनीता की ओर से पीडिता पर कोर्ट में इस्तगासे से ब्लैकमेल करने के आरोप लगाए थे। जबकि पीडिता ने मामले में निष्पक्ष जांच नहीं होने पर मामला सीबीआई को सुपुर्द करने की मांग की है।

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