शहर में ही छिपे हैं दुष्कर्म आरोपी नागर! 
जयपुर।
 दुष्कर्म के आरोप में फंसे पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर पर पुलिस की कृपा जारी है। छह दिन में पुलिस नागर से पूछताछ करना तो दूर उनका मेडिकल मुआयना भी नहीं करवा सकी। सिर्फ नोटिस पर नोटिस देकर अपने कार्य की इतिश्री कर रही है। पुलिस की इस ढील के चलते नागर गुपचुप तरीके से शहर से बाहर चले गए। उनकी पत्नी का कहना है कि वे 15 दिन के लिए धार्मिक यात्रा पर गए हैं। 
पत्नी ने सीआईडी को मेडिकल जांच कराने का भरोसा दिलाते हुए इसके लिए समय मांगा है। वहीं पीडिता का आरोप है कि नागर शहर में ही कहीं छिपकर बैठे हैं और मामले को प्रभावित करने की साजिश रच रहे हैं। पीडिता की शिकायत के मुताबिक साक्ष्य मिलने के बावजूद पुलिस ने नागर से अभी तक पूछताछ नहीं की है। उधर, राज्य सरकार ने मामले की सीबीआई से जांच कराने के लिए सिफारिश पत्र केन्द्रीय गृहमंत्रालय को भेज दिया है।

...तो माना जाएगा सबूत
पुलिस सोमवार को नागर के मेडिकल के लिए आने का इंतजार कर रही थी, इसी बीच सुबह करीब साढ़े नौ बजे उनकी पत्नी बेटे के साथ सीआईडी कार्यालय ही पंहुच गई। उन्होंने पहले लिखित ज्ञापन सौंपा, जिसमें पीडिता के आरोप को झूठा बताया गया। इसके बाद कहा कि नागर धार्मिक यात्रा पर नासिक गए हैं। इस तथ्य की सच्चाई जानने के लिए पुलिस टीम नागर के घर भेजी गई। 
नागर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को भी पता नहीं था कि वे कहां गए। उनके मुताबिक नागर चुपचाप कहीं निकल गए। करीब डेढ़ घंटे कर्मचारी और परिजनों से चर्चा के बाद सीआईडी टीम वापस पुलिस मुख्यालय लौट गई। सीआईडी सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों ने पत्नी से कहा कि नोटिस देने पर भी घर से नदारद हो जाना विधायक नागर के खिलाफ सबूत के तौर पर माना जाएगा। इसके बाद टीम ने एक और नोटिस देकर 25 सितम्बर को पेश होने के लिए कहा है। इससे पहले नागर दो बार नोटिसों को नजरअंदाज कर चुके हैं। 


उस दिन नागर ने पीडिता को बुलाया था कमरे में!

नागर ने उनके घर पहंुची पीडिता को 11 सितम्बर को घटना के दिन मोबाइल पर कॉल कर अन्दर कमरे में बुलाया था। पीडिता ने पुलिस को इसकी मोबाइल कॉल रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई है। साथ ही रिपोर्ट दर्ज होने के बाद नागर की पत्नी सहित करीब 15 कॉल दबाव बनाने के लिए आए। उन सबकी रिकॉर्डिग भी सीआईडी को उपलब्ध करवाई गई है। पीडिता के कपड़े, नागर के आवास पर उसकी उपस्थित के बाद अब कमरे में बुलाने की रिकॉर्डिग से पूर्व मंत्री चारों तरफ से घिरते नजर आ रहे हैं। इससे पहले नागर यह तो स्वीकार कर चुके हैं कि घटना वाले दिन महिला उनके आवास पर थी, लेकिन इस तथ्य को नकार चुके हैं कि उन्होंने महिला को फोन पर कमरे में बुलाया था।


अभियुक्त के प्रभाव में बैठी है चुप

-अभी तक नहीं की नागर से पूछताछ

-पीडिता के कहने के बाद भी नागर की नहीं ली गई कॉल डिटेल

-नागर के शहर से बाहर जाने पर उसके बारे में नहीं जुटाई जानकारी

-परिजनों ने जो कहा मान लिया पुलिस ने

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