राहुल ने बंद कमरे में डेढ़ घंटा पढ़ाया पाठ
नई दिल्ली। 
राहुल ने बंद कमरे में डेढ़ घंटा पढ़ाया पाठकांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को साफ कहा, पार्टी ने टिकट तय कर लिए हैं। किसे देना है, किसे नहीं, पता चल जाएगा। राजस्थान में सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय और दूसरे दलों से आए नेताओं को टिकट देने की बात उन्होंने दो टूक कहा, ये लोग पहले कांग्रेस में काम करें तो सही। उनके रूख से लगा कि जरूरी नहीं है कि मौजूदा मंत्री और विधायकों को टिकट दिया जाएगा।
अपने आवास पर बंद कमरे में दोपहर 12 से 1.30 बजे तक राहुल ने राज्य के दिग्गज नेताओं को एकता का पाठ पढ़ाया। उन्होंने साफ कहा, मेरे इस कमरे में चुनाव जिताने वाले भी बैठे हैं तो हराने वाले भी। यदि सब एकजुट होकर चुनाव लड़ें तो हमारी जीत सुनिश्चित है। राज्य में माहौल कांग्रेस के पक्ष में बना है। सब नेता जान लें कि राज्य का चुनाव हर हाल में जीतना है। इसलिए मैं उम्मीद करता हूं कि चुनाव जीतने के लिए सब एकजुट होंगे। 
सूत्रों की मानें तो उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि अब वह किसी को कुछ नहीं कहेंगे, चुनाव परिणाम के बाद ही वे बात करेंगे। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार के उठाए कदमों और संदेश यात्रा की जानकारी दी। प्रदेशाध्यक्ष चन्द्रभान ने बताया, पार्टी ने अब तक क्या-क्या किया? 

नेताओं को खरी-खरी
कांग्रेस उपाध्यक्ष का रूख थोड़ा गुस्से में था। उन्होंने कहा, चुनाव के मद्देनजर मैंने आपको बुलाया है। आप भी अपनी बात मुझसे अभी कह सकते हैं, लेकिन इसके बाद जिसे जो कहना है, प्रदेश प्रभारी कामत से कहेंगे और वह मुझे बताएंगे। इसलिए जो भी छोटे-मोटे नाराजगी वाले मुद्दे हों, उन्हें अभी निपटा लें। कोई भी पार्टी को हराने का काम करेगा तो बख्शा नहीं जाएगा। कोई समझता है कि मुझे पता नहीं चलता तो ऎसा नहीं है। 

मांगे गए नाम...
8 अगस्त को प्रदेश चुनाव समिति की पहली बैठक संभव
15 अगस्त तक ब्लॉक और जिलाध्यक्षों से 5-5 नाम मांगे
25 अगस्त तक चुनाव समिति को 2-3 नाम दिल्ली भेजने होंगे
अगस्त में ही घोषणा संभव

शिकवे-शिकायतें
कुछ सदस्यों का, मंत्री भी शामिल, का कहना था कि उनके यहां कई काम राज्य सरकार नहीं करती है। दलितों की उपेक्षा, आदिवासियों को कम महत्व देने की बात भी उठी। राहुल का कहना था कि काम से आदमी नेता बनता है। बैठक में अधिकांश नेता बोलने से बचे। 

चन्द्रेश पहुंची बैठक खत्म होने के बाद 
पार्टी महासचिव मोहन प्रकाश शहर से बाहर होने के चलते बैठक मौजूद नहीं थे, जबकि केंद्रीय संस्कृति मंत्री चन्द्रेश कुमारी बैठक खत्म होने के बाद पहुंची। उनका कहना था कि उन्हें आज ही बैठक का पता चला। आनंद शर्मा को छोड़ राज्य के सभी केंद्रीय मंत्री, राज्यमंत्री बैठक में मौजूद थे। केंद्रीय संगठन में शामिल राज्य के सभी पदाधिकारियों को बुलाया गया था, जबकि राज्य से केबिनेट मंत्री शांति धारीवाल, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष बीडी कल्ला और पूर्व मंत्री भंवरलाल मेघवाल शामिल हुए।

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