टुंडा बोला, दाऊद और 26/11 का राज खोलाटुंडा बोला, दाऊद और 26/11 का राज खोला
दिल्ली। 
शुक्रवार की रात नेपाल-भारत सीमा से गिरफ्तार किए गये बम बनाने में माहिर लश्कर ए तैयबा के खूंखार आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा दिल्ली पुलिस की पूछताछ के दौरान कई राज खोलेगा। टूंडा के संबंध कई खूंखार आतंककारियों से हैं। कोर्ट ने टुंडा को शनिवार को ही तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा था। अभी दिल्ली पुलिस टुंडा से पूछताछ कर रही है।

टुंडा ने किए कई खुलासे
-दिल्ली पुलिस की पूछताछ में टुंडा ने बताया कि वह कराची में रहता था। वह पाकिस्तान में जमात-उल-दावा और लश्कर-ए-तयैबा के हेडऑफिस के पास रहते थे। सात ही उसने दावा किया है कि उसने कश्मीर में आतंकियों को बम बनाने की ट्रेनिंग दी थी। और ट्रेनिंग देने के मौके पर लश्कर के चीफ आजम चीमा और जकी-उर-रहमान भी कई बार मौजूद रहे हैं।

-15 अगस्त को दिल्ली में हमले की तैयारी था

- टुंडा का एक बेटा आंतकी है
- टुंडा ने ही जमात उल दावा के मुखिया हाफिज सईद को दाऊद इब्रामिह से मिलवाया था।
- टुंडा और दाऊद को मुंबई में हुए 26/11 के हमलों के बारे में जानकारी थी लेकिन वह इसमें किसी भी रूप में शामिल नहीं। लेकिन हमले से पहले लखवी से मिला था।
- 2002 के बाद वह फर्जी नोटों का कारोबार कर रहा था।
- अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम आईएसआई के कड़े पहरे में रहता है।
- दाऊद हमेंशा आतंकियों को भारत खिलाफ गतिविधियों के लिए उकसाता रहता है।
-खूंखार आतंकी हाफिज सईद पीओके स्थित आतंककारी शिविरों में जाता रहता है।

टुंडा के लश्कर-ए-तयैबा के मुखिया जकी-उर-रहमान, जमात-उल-दावा के प्रमुख और खूंखार आतंकी हाफिज सईद और अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से करीबी रिश्ते हैं। सूत्रों की माने तो टुंडा दिल्ली पुलिस के सामने कई दहशतगर्दों के राज खोलेगा। दिल्ली पुलिस टुंडा का जानकारी का खजाना बता रही है। पूछताछ के दौरान टुंडा ने लश्कर ए तयैबा के बारे कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है। दिल्ली पुलिस टुंडा से लश्कर के ट्रेनिंग सेंटर, बेस, सेफ हाउस, लश्कर के कोड और फंडिंग चैनल्स के बारे में जानकारी हासिल कर रही है।
टुंडा पूछताछ के दौरान दिल्ली पुलिस का सहयोग नहीं कर रहा है। वह सीधे तरीके से किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहा है। बम बनाने में माहिर टुंडा ने पुलिस को बताया कि जब मैं निकलुंगा तब मैं फिर धमाके करूंगा। टुंडा दिल्ली पुलिस से गिरफ्तारी के वक्त भी सिधे मुंह बात नहीं कर रहा था जब उसे नेपाल बोर्डर से गिरफ्तार किया गया तो तो उसने दिल्ली पुलिस को कहा था कि चलो कहां चलना है। 

दिल्ली पुलिस को कैसे मिली टुंडा की जानकारी

भारत की खुफिया एजेंसी आईबी ने टुंडा और हाफिज की एक सप्ताह पहले फोन पर हुई बात को सुना। इस बातचीत में हाफिज ने टुंडा से जल्दी से पाकिस्तान छोड़कर नेपाल चले जाने के लिए बोला था। उसके बाद आईबी ने 8 अगस्त को इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस को दी। बाद में टुंडा की लोकेशन ट्रेस करके दिल्ली पुलिस के आठ जवानों की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। शनिवार सुबह को 70 साल का टुंडा को दिल्ली की पटियाला कोरट में पेश किया गया। जहां से उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। 

टुंडा के पास से एक पाकिस्तानी पासपोर्ट बरामद हुआ है। पुलिस को टुंडा की 40 मामलों में तलाश थी। उसका नाम 26/11 के मुंबई हमले के बाद पाकिस्तान को सौंपे गए 20 आतंकवादियों की सूची में शामिल है। टुंडा को हाफिज सईद के साथ दाउकद इब्राहीम का भी करीबी माना जाता है। टुंडा वर्ष 1996 से 1998 के बीच भारत में अलग अलग स्थानों पर हुए बम विस्फोट का मास्टर माइंड रह चुका है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि टुंडा ने 2010 में भी दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले हमला करने की कोशिश की थी। जिसे दिल्ली पुलिस ने नाकाम कर दिया था। दिल्ली, पानीपत, सोनीपत, लुधियाना, कानपुर एवं वाराणसी में हुए बम धमाकों के मास्टरमाइंड टुंडा पिछले दो साल से बांग्लादेश, नेपाल एवं संयुक्त अरब अमीरात में छुपा हुआ था।

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