स्पॉट फिक्सिंग:धोनी,हरभजन तक आंच! 
मुंबई।
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग मामले में पहली बार भारतीय टीम और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम आया है। मुंबई पुलिस ने मंगलवार को बताया कि सीएसके का मालिक गुरूनाथ मयप्पन धोनी व कोच स्टीफन फ्लेमिंग से जानकारियां लेकर सट्टेबाजों को देता था। मयप्पन अभी पुलिस गिरफ्त में हैं। 
पुलिस का कहना है कि 3 अन्य खिलाडियों के नाम सामने आए हैं, जिनके नाम पुख्ता सबूत जुटाकर सार्वजनिक किए जाएंगे। गिरफ्तार बुकीज से इनके बारे में इन तीनों के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद तीनों प्लेयर्स की कॉल डिटेल खंगाली गई। ये खिलाड़ी कुछ पूर्व खिलाडियों के भी संपर्क में थे।
सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसियां हरभजन से भी पूछताछ कर सकती है। सटोरिए हरभजन सिंह को फिक्स करने की कोशिश में थे। इसके लिए उन्होंने सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार बॉलीवुड अभिनेता विंदू दारा सिंह का इस्तेमाल किया था। बुकी संजय कपूर के कहने पर विंदू ने भज्जी से अप्रोच करने की कोशिश की थी। 
सूत्रों के मुताबिक वह अपने को मकसद पूरा करने के करीब पहुंच गया था लेकिन स्पॉट फिक्सिंग को लेकर दिल्ली पुलिस के खुलासे और सट्टेबाजी को लेकर मुंबई पुलिस की मुहिम के कारण सटोरियों का खेल बिगड़ गया। 
विंदू ने खुलासा किया था कि उसकी कई क्रिकेटरों से जान पहचान है। इनमें से हरभजन सिंह,विराट कोहली और मनप्रीत गोनी के वह काफी करीब है। विराट कोहली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू के कप्तान हैं जबकि मनप्रीत गोनी किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेलते हैं।
इधर, मुंबई में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जब पत्रकारों ने धोनी से फिक्सिंग से जुड़े सवाल पूछे, तो वे चुप रहे। मौजूद पत्रकारों से पहले ही कह दिया गया था कि वे मामले से जुडे सवाल न पूछें। जब कुछेक ने धोनी से सवाल पूछा, तो उन्हें मैनेजर ने चुप करा दिया। धोनी कांफ्रेंस में पुलिस सुरक्षा लेकर पहुंचे थे। 

दस प्लेयर्स पर एसटीएफ की कड़ी नजर 
उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की इंडियन प्रीमियर लीग के स्पाट फिक्सिंग मामले में राज्य के दस खिलाड़ी पर कड़ी नजर है। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अरूण कुमार ने बुधवार को कहा कि कानपुर, मेरठ, गाजियाबाद तथा वाराणसी से कुछ सट्टेबाजों के गिरफ्तार किए जाने के बाद मुम्बई और दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर आईपीएल में खेलने वाले दस खिलाडियों पर खास नजर रखी जा रही है। उन्होंने इसके अलावा और कोई जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि इससे जांच प्र्रभावित हो सकती है। 

ये दस खिलाड़ी तो नहीं रडार पर
उत्तर प्रदेश पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आईपीएल में खेलने वाले उतर प्रदेश के दस खिलाड़ी राडार पर हैं। आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग की ओर से सुरेश रैना, इम्तयाज अहमद, अंकित सिंह राजपूत, पुर्ण वारियर्स से एकलव्य द्विवेदी, भुवनेश्वर कुमार, अली मुर्तजा, रायल चैलेंजर्स बेंगलूरू की ओर से आर.पी.सिंह, किंग्स एलेवन पंजाब की ओर से पीयूष चावला तथा प्रवीण कुमार खेले थे। इसके अलावा एक अन्य खिलाड़ी भी है। 

उत्तर प्रदेश पुलिस के सूत्रों ने कहा कि एसटीएफ जल्द ही इन खिलाडियों ने उनकी भूमिका के बारे में पूछताछ करेगी। आईपीएल में मैच फिक्सिंग का खुलासा होने के बाद चेन्नई सुपर किंग तथा रायल चैलेंजर्स बंगलौर के उस मैच की काफी चर्चा है जिसमें आरपी सिंह ने आखिरी गेंद पर लंबा नो बाल किया था जिससे चेन्नई को जीत मिल गई थी।

श्रीसंत-चंदेला न्यायिक हिरासत में
दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को आईपीएल के स्पॉट फिक्सिंग मामले में तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत और अजीत चंदेला को चार जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। श्रीसंत और चंदेला 4 जून तक जेल में रहेंगे। श्रीसंत ने खुद को बेकसूर बताते हुए अदालत में जमानत याचिका दाखिल की थी, जबकि राजस्थान रॉयल्स टीम में श्रीसंत के ही साथ खेलने वाले अंकित चह्वाण ने भी आगामी दो जून को निर्धारित अपनी शादी का हवाला देते हुए कोर्ट से राहत की गुहार लगाई थी। श्रीसंत ने अपनी जमानत याचिका में कहा कि मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं बनता है और मुझे गलत ढंग से फंसाया जा रहा है। श्रीसंत के वकील विशाल गोसाई ने कहा, उनके खिलाफ लगाए गए दंडात्मक प्रावधान मनगढ़ंत हैं।

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