सम्मेत शिखर महातीर्थ स्पेशल रेल यात्रा संघ पंद्रह दिन की यात्रा के बाद बाड़मेर लौटा
बाड़मेर
सम्मेत शिखर महातीर्थ स्पेशल रेल यात्रा संघ पंद्रह दिन के भ्रमण के बाद सोमवार सुबह 10 बजे बाड़मेर लौट आया। जैन समाज के सैकड़ों लोग रेलवे स्टेशन पहुंचे तो स्वागत को तैयार परिजन व रिश्तेदारों ने गले मिलकर बधाई दी। गाजे बाजे के साथ यात्रियों का गर्म जोशी से स्वागत किया गया। करीब एक घंटे तक रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की रेलमपेल लगी रही। यात्रियों के चेहरे पर उल्लास झलक रहा था तो परिजन व रिश्तेदार मिलकर उत्साहित थे। स्टेशन पर भगवान महावीर के जयकारे गूंज उठे। यहां स्वागत के बाद यात्री अपने घरों की ओर लौट गए।
बाड़मेर से सम्मेत शिखर महातीर्थ स्पेशल रेल यात्रा संघ 21 अक्टूबर को रवाना हुआ था। पंद्रह दिवसीय यात्रा के दौरान संघ में शामिल सदस्यों ने मेरठ, पावापुरी, राजगृही, कुंडलपुर, चंपापुरी, सम्मेत शिखर महातीर्थ, नागेश्वर पाश्र्वनाथ, मोहन खेड़ा, भोपावर, जूनागढ़, सोमनाथ, गिरनार, कच्छ की पंचतीर्थी समेत कई धार्मिक पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया। स्पेशल ट्रेन में करीब एक हजार से अधिक यात्री सवार थे। जिन्होंने पंद्रह दिन तक विभिन्न धार्मिक स्थलों पर पूजा अर्चना करने के साथ भाईचारे का संदेश दिया। संघ में मुख्य संघपति का लाभ लूणकरण, धर्मचंद, शंकरलाल पुत्र मुल्तानमल छाजेड़ परिवार बाड़मेर हाल जोधपुर ने लिया। इस मौके पर देवीचंद वडेरा, बाबूलाल एम छाजेड़, प्रकाशचंद छाजेड़, बाबूलाल छाजेड़, रतनलाल सेठिया, छोगालाल वडेरा, सुरेश छाजेड़, रतनलाल वडेरा, संपत राज सेठिया, पारसमल छाजेड़, पारसमल संखलेचा, विमल वडेरा, वीरचंद वडेरा, रतनलाल डोसी, रतनलाल संखलेचा, शंकरलाल सेठिया, शंकरलाल जैन, गौतम बोहरा, मांगीलाल सिंघवी, केवलचंद छाजेड़, हस्तीमल सिंघवी, बाबूलाल बोथरा, किशनलाल वडेरा समेत सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
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