बन्दी कल्याण दिवस पर बन्दीयों को मनोरंजन सामग्री का विरतण
जैसलमेर, 03 अक्टूम्बर। नगर विकास न्याय के अध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर ने कहां कि कोई भी व्यक्ति जन्म से अपराधी नहीं होता है, बल्कि क्रोध, लोभ की लालछा से वह अपराध कर बैठता है, जिसके कारण उसे सजा भोगनी पडती है। उन्होंने कहा कि यह सुधार गृह उनके द्वारा किये गये कर्मों का चिन्तन एवं मनन करने का स्थल है इसलिये वे अपने अपराधों का प्रायिश्चत कर पुनः जीवन में एक सुधार लाकर समाज की मुख्य धारा से जुड़े।
तंवर ने बन्दियों को कहां कि वे महात्मा गॉधी के आर्दश ग्याहरो सुत्रों का नियमित रूप से अध्ययन कर इसको अपने जीवन में उतारे। उन्होंने कहां कि मनुष्य क्षणिक आवेश में अपराध कर बैठता है जिसकी उसे सजा भोगनी पड़ती है। उन्होंने बन्दियों से आग्रह किया कि बन्दी कल्याण दिवस पर अहिंसा, क्रोध की भावना को त्याग कर एक अच्छे इंसान के गुण ग्रहण करे। उन्होंने आशा जताई कि वे अपने द्वारा किये गये कृत्यों का पश्चताप कर जीवन में ऐसा सुधार लाये कि यहां से जाने के बाद समाज उन्हे एक अच्छे नागरिक के रूप में ग्रहण करे।
सहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया ने कहा कि जिला कारागार में बन्दी कल्याण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य बन्दियो को उनके जीवन में सुधार लाने का संदेश देना है। उन्होंने कहां कि मनुष्य जब अपने द्वारा किये गये कर्मों को पुनः याद रखकर जीवन में सुधार लाता है वही अच्छा इंसान है।
नगर विकास न्याय के अध्यक्ष तंवर बुधवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा जिला कारागार में आयोजित समाज कल्याण सप्ताह की कड़ी में बन्दी कल्याण दिवस में बन्दीयों को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर बाल कल्याण समिति के सदस्य प्रेमप्रकाश शर्मा, श्रीमती भगवती तंवर, सहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया, जिला समाज कल्याण अधिकारी जयप्रकाश चारण, जेल उपधीक्षक नन्दसिंह राजावत उपस्थित थे।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा बन्दियों को मनोरंजन एवं खेल सामग्री प्रदान की गई। इसके साथ ही अल्पाहार प्रदान किया गया। समारोह में बन्दियों ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। जैल उपधीक्षक राजावत ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह में किशोर गृह के उपधीक्षक जयदेव उज्ज्वल, के साथ ही विभाग के कार्मिक उपस्थित थे।
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