"हजारों जवाबों से अच्छी मेरी खामोशी" 
नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आपने शायद ही शेरो-शायरी करते देखा होगा लेकिन जब कोयला आवंटन में कथित अनियमितता को लेकर उनकी ईमानदारी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं तो उन्होंने एक शेयर के जरिए अपना बचाव किया। प्रधानमंत्री ने कहा"हजारों जवाबों से अच्छी है मेरी खामोशी न जाने कितने सवालों की आबरू रखी"। 
प्रधानमंत्री ने यह शेयर सोमवार को संसद में बयान देने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान पढ़ा। प्रधानमंत्री के मुंह से शेयर सुनकर पत्रकार भी हैरत में पड़ गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं प्रायोजित आलोचना का जवाब देने में दिलचस्पी नहीं रखता। 
यह मेरी प्रकृति है लेकिन मेरी चुप्पी को लेकर संसद नहीं चलने दी जा रही तो उन्हें जवाब देने के लिए सामने आना पड़ा। गौरतलब है कि कोयला आवंटन को लेकर आई सीएजी की रिपोर्ट के आधार पर भाजपा प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहा है। प्रधानमंत्री से यह भी पूछा जा रहा था कि वे कोयला आवंटन मामले पर चुप क्यों हैं?

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