कांग्रेस के सांसद भी साथ:रामदेव 

नई दिल्ली।
भ्रष्टाचार और कालेधन को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे बाबा रामेदव ने विदेशों में जमा कालेधन को वापस लाने के मुद्दे पर खुद के साथ कई कांग्रेसी सांसदों को बताया है। रामदेव ने कहा है कि देशभर में उनके आंदोलन को समर्थन हासिल है और यदि सरकार शनिवार शाम तक कोई फैसला नहीं लेती है तो अनशन के बाद महाक्रांति का ऎलान करेंगे। रामदेव ने यह भी कहा कि उनके पास 225 सांसदों को समर्थन है। इनमें से गोवा,आंध्रा,असम और गुजरात के कई सांसदों ने उन्हें लिखित में उनकी मांगों का समर्थन किया है इनमें कांग्रेस के सांसद भी शामिल हैं। सरकार यदि अब भी नहीं मानी तो वह राष्ट्रपति के पास जाएंगे।
रामदेव की महाक्रांति की चेतावनी

सांकेतिक अनशन के आखिरी दिन योग गुरू बाबा रामदेव ने सरकार को फिर महाक्रांति की चेतावनी दी है। रामदेव ने कहा है कि सरकार के पास फैसला लेने का समय शनिवार शाम तक है, इसके बाद वह महाक्रांति का ऎलान कर देंगे। 

बाबा रामदेव तीन दिन से रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे हैं और शनिवार को उनका अनशन खत्म हो जाएगा। हालांकि, विदेशों में जमा कालेधन को वापस लाने को लेकर सरकार को चेतावनी देने के बाद रामदेव ने ऎलान किया है कि किसी निर्णायक फैसले तक वह मैदान से नहीं हटेंगे। 

रामदेव का पीएम पर हमला

रामदेव के सरकार के खिलाफ तेवर अंतिम दिन शनिवार को और भी तिखे हो गए। रामदेव ने 15 अगस्त पर ईमानदार हाथों से तिरंगा फहराए जाने की बात कहते हुए ईशारों-ईशारों में सीधे प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह पर हमला बोल दिया। उन्होंने कहा कि बुरे हाथों से तिरंगा फहराया जाना अपमानजनक है। अनशन स्थल पर रामदेव ने कहा, तिरंगा लहराने वाला है लेकिन वो तिरंगा जब ईमानदार हाथों से लहराया जाता है तो भारत को सम्मान बढ़ता है लेकिन वहां तिरंगा अच्छा नहीं लगता जिनके हाथों में तो तिरंगा है लेकिन दिल में तिरंगा नहीं है।


बाबा के तिखे तेवर,सरकार पर हमला

अनशन के पहले दिन कांग्रेस के प्रति नरमी दिखाने के बाद दूसरे दिन बाबा रामदेव बदले बदले नजर आए। उन्होंने भ्रष्टाचार पर चुटकी ली और केंद्र सरकार के खिलाफ भाषण भी दिया। रामलीला मैदान में तीन दिन के सांकेतिक अनशन पर बैठे योग गुरू बाबा रामदेव ने शुक्रवार को कहा कि भ्रष्टाचार के कारण दुनिया में भारत की छवि खराब हो रही है। अगर ओलम्पिक में भ्रष्टाचार के लिए कोई पदक दिया जाता तो भारत को जरूर गोल्ड मेडल मिलता। इस पर वहां उपस्थित लोगों ने जब तालियां बजाई, तो बाबा ने कहा कि यह ऎसा मुद्दा नहीं है जिस पर तालियां बजाई जाएं। रामदेव ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि अगर 11 अगस्त तक सरकार उनकी मांग नहीं मानती है, तो वह 15 अगस्त को सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगे। यही नहीं, 12 अगस्त से 14 अगस्त तक फिर से अनशन पर चले जाएंगे।

अन्ना के साथ कोई गतिरोध नहीं

बाबा ने एक बार फि र लोकपाल और सिटीजन चार्टर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि उनकी मांग विचाराधीन सरकारी लोकपाल बिल के लिए नहीं बल्कि मजबूत लोकपाल बिल के लिए है। अन्ना हजारे के लोकपाल समर्थक आंदोलन में सेंध लगाने संबंधी खबरों पर बाबा ने कहा कि अन्ना और उनके बीच कोई गतिरोध नहीं हैं। अन्ना उनके तीन दिवसीय सांकेतिक उपवास का पूरी तरह से समर्थन कर रहे हैं। बाबा ने कहा कि अगर सीबीआई को स्वतंत्र एजेंसी बना दिया जाए तो राजनीति स्वच्छ हो सकती है। उन्होंने आरोप लगाया है कि विपक्ष के नेताओं को फं साने के लिए सीबीआई की दुरूपयोग किया जा रहा है।

राजनीति में नहीं रखेंगे कदम

रामदेव ने खुद को राजनीति से अलग थलग करते हुए कहा कि वह राजनीति में कदम रखने के इच्छुक नहीं हैं लेकिन भ्रष्टाचार से मुकाबला करने के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत किसी भी नेता विशेष से मशविरा करने में उन्हें कतई कोई हिचक नहीं है।

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