पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की रिसोर्ट टीम ने देखा जल प्रबंधन

बाड़मेर। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के रिसोर्स सेंटर टीम ने बाड़मेर जिले का दौरा कर परंपरागत जलस्त्रोतों एवं महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत हुए टांका निर्माण को देखा। उन्होंने बाड़मेर में बारिश के पानी के संग्रहण को लेकर हुए कार्यों की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने इसको माडल के रूप में पूरे देश में प्रस्तुत करने की जरूरत जताते हुए कहा कि पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के तहत इसका डाक्यूमेशन कराया जाएगा। वाटर रिर्सोसेज पालिसी एंड मैनेजमेंट की फेलो डा.गिरिजा के भारत, रिचर्स ऐसोसिएट तारिका खन्ना एवं फिल्म एंड टेलीविजन विजुअल मीडिया मैनेजर रिशु निगम ने गुरूवार को बाड़मेर जिले के देरासर तालाब, रामसर में सोनिया चैनल, बेरियां, रामसर कुआं में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत हुए टांका निर्माण को देखा। इसी तरह मठार का पार एवं मालाणा में बेरियों का अवलोकन ग्रामीणों से जल प्रबंधन के बारे में जानकारी ली। इस दौरान आईईसी मैनेजर मदन बारूपाल, सरपंच वली मोहम्मद ने रिसोर्स टीम को ग्रामीण इलाकों में जल प्रबंधन को लेकर किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। ग्रामीणों ने बताया कि सरहदी इलाकों में स्थित इन बेरियों में सेजे का पानी रिस रिस कर आता है। इसके जरिए पानी की आवश्यकता की पूर्ति होती है। बाड़मेर जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत हुए टांका निर्माण से उनको खासी राहत मिली है। रिसोर्स टीम ने सोनिया चैनल के जरिए बेरियों के जल स्तर में सुधार एवं इसकी ऐतिहासिक पृश्ठभूमि के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय ने बाड़मेर में जल प्रबंधन को लेकर हुए कार्य की प्रशंसा करते हुए इसके डाक्यूमेशन की मंशा जताई है। इस दिशा में जल्दी कार्य ाुरू होगा।
जिला प्रमुख से ली जानकारीः रिसोर्ट टीम ने जिला प्रमुख श्रीमती मदनकौर से मुलाकात कर बाड़मेर जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत हुए टांका निर्माण एवं जल प्रबंधन के लिहाज से किए गए प्रयासों की विस्तार से जानकारी ली। जिला प्रमुख ने बताया कि टांकों की बदौलत बाड़मेर में व्यर्थ बहने वाला बारिश एकत्रित होने के साथ ग्रामीणों को पेयजल संकट से राहत मिली है। पहले ग्रामीण अपने बलबूते पर टांका निर्माण नहीं करवा सकते थे। लेकिन महात्मा गांधी नरेगा योजना ने ग्रामीणों के सपने को साकार करने के साथ पेयजल संकट से निजात दिला दी है।
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