ठाकुरजी ने अरोगे छप्पन भोग
बाड़मेर
श्रीमद्भागवत कथा के दौरान भक्तों ने ठाकुरजी को छप्पन भोग लगाया । जांगिड़ पंचायत भवन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन प्रवचन के दौरान महंत लक्ष्मण दास ने रास लीला एवं जीवंत झांकी के साथ पुष्प होली वाचन किया। महंत के सुंदर व प्रभावी वाचन सुन क्या बड़े और क्या बूढ़े सभी भाव विभोर हो नाचे बिना नहीं रह सके। कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का मथुरागमन, कंस वध, उद्धव चरित्र का वाचन किया। इसके बाद महंत ने रुक्मिणी विवाह प्रसंग का मधुर वाणी में वाचन सुनाया। आयोजन समिति के संयोजक दिनेश महर्षि ने बताया कि रविवार रात्रि में जागरण का आयोजन किया गया जिसमें कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भजनों की सरिता बहाई। भजन सुनने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। कथा के अंत में मुख्य यजमान हरी राम भरिंडवाल सहित गोविंदराम महर्षि, रतनलाल भरिंडवाल, नारणाराम गील, चैनाराम गील, शिवकरण रामपुरिया, दुर्गाशंकर नारूंडा, बलवंत राज रामपुरिया, नंदकिशोर महर्षि, नरपत गील, भीखमचंद नारूंडा, तुलसीदास सोनी, दिलीप महर्षि ने आरती का लाभ लिया।
मंगलवार को कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र, राजा परीक्षित मोक्ष, शुकदेव जी की विदाई, व्यास पूजन, श्रीमद्भागवत कथा पूर्णाहुति एवं भागवत पोथी शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस मौके खेताराम मामडोलिया, रामलाल, झूंबरलाल, भगवानाराम, देवीलाल, रूखमणाराम गील, मोहनलाल नारूंडा, रामलाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागवत कथा सुनी। कार्यक्रम का संचालन इंद्रप्रकाश पुरोहित ने किया।
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