डॉक्टर हाथ बांध खड़े रहे, गांव की महिलाओं ने कराई डिलेवरी


जोधपुर. 
बिलाड़ा से प्रसव के लिए उम्मेद अस्पताल आई गर्भवती मंजू (22) का भर्ती टिकट बनने के बावजूद उसे लेबररूम में भर्ती नहीं किया गया। लेबररूम के कर्मचारियों ने डॉक्टरों के निर्देश पर मंजू के परिजनों को उसे बाहर बैठने को कह दिया। 
परिजन मंजू को लेकर लेबररूम के बाहर स्थित चौगान में बैठ गए। जहां कुछ देर बार उसे प्रसव पीड़ा हुई। परिजन देवदास ने बताया कि इसकी सूचना लेबररूम में दी, लेकिन आधे घंटे तक किसी ने जवाब नहीं दिया। बाद में कहा गया कि मंजू को यहां ले आओ। जबकि चौगान में प्रसव पीड़ा झेल रही मंजू तक कोई ट्रॉली नहीं पहुंच सकती थी। ऐसी हालत में उसे उठाकर लाना भी संभव नहीं था। बाद में चौगान में बैठी अन्य महिलाओं ने ही मंजू का प्रसव करवाया। मंजू ने बेटे को जन्म दिया। बाद में बमुश्किल उसे लेबररूम तक पहुंचाया गया। गौरतलब है कि गत दिनों नागौर से रेफर होकर आई गर्भवती संगीता के साथ भी लेबररूम में लेने को लेकर ऐसे हालात हुए थे। इसके चलते परिजन उसे रात को ही वापस नागौर ले गए, जहां उसका प्रसव हुआ। बाद में परिजनों ने लेबररूम के डॉक्टरों के खिलाफ मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी।

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