शाहरूख खान का आईएसआई से कनेक्शन
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के नवनियुक्त प्रमुख जनरल जहीर उल इस्लाम से बालीवुड अभिनेता शाहरूख खान का कनेक्शन है। सूत्रों के अनुसार आईएसआई चीफ रिश्ते में किंग खान के मामा हैं। उल्लेखनीय है कि जनरल इस्लाम के पिता पाकिस्तानी सेना में ब्रिगेडियर थे। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की आजाद हिंद फौज की मशहूर तिगडी सहगल, ढिल्लन, शाहनवाज में से एक मेजर जनरल शाहनवाज खान इस्लाम के चाचा थे। सूत्रों के अनुसार शाहनवाज खान ने शाहरूख की मां को गोद लिया था। बताया जाता है कि भारत-पाकिस्तान में हुए बंटवारे के बाद जहां शाहनवाज हिंदुस्तान आ गए वहीं उनके एक पुत्र पाकिस्तान में ही रह गए। पाक में रहे महमूद नवाज वहां की सेना में कर्नल बने। हालांकि अपने पद से सेवानिवृत्त होने के बाद ही वह अपने पिता से मिलने के लिए हिंदुस्तान आ पाए। जनरल शाहनवाज से तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सरकार में शामिल होने के लिए कहा और उन्होंने मेरठ से लोकसभा का चुनाव लड़ा। इसके बाद वह कांग्रेस की कई सरकारों में केन्द्रीय मंत्री रहे। उल्लेखनीय है कि जनरल इस्लाम को हाल ही में आईएसआई का 20वां महानिदेशक नियुक्त किया गया।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के नवनियुक्त प्रमुख जनरल जहीर उल इस्लाम से बालीवुड अभिनेता शाहरूख खान का कनेक्शन है। सूत्रों के अनुसार आईएसआई चीफ रिश्ते में किंग खान के मामा हैं। उल्लेखनीय है कि जनरल इस्लाम के पिता पाकिस्तानी सेना में ब्रिगेडियर थे। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की आजाद हिंद फौज की मशहूर तिगडी सहगल, ढिल्लन, शाहनवाज में से एक मेजर जनरल शाहनवाज खान इस्लाम के चाचा थे। सूत्रों के अनुसार शाहनवाज खान ने शाहरूख की मां को गोद लिया था। बताया जाता है कि भारत-पाकिस्तान में हुए बंटवारे के बाद जहां शाहनवाज हिंदुस्तान आ गए वहीं उनके एक पुत्र पाकिस्तान में ही रह गए। पाक में रहे महमूद नवाज वहां की सेना में कर्नल बने। हालांकि अपने पद से सेवानिवृत्त होने के बाद ही वह अपने पिता से मिलने के लिए हिंदुस्तान आ पाए। जनरल शाहनवाज से तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सरकार में शामिल होने के लिए कहा और उन्होंने मेरठ से लोकसभा का चुनाव लड़ा। इसके बाद वह कांग्रेस की कई सरकारों में केन्द्रीय मंत्री रहे। उल्लेखनीय है कि जनरल इस्लाम को हाल ही में आईएसआई का 20वां महानिदेशक नियुक्त किया गया।

0 comments:
एक टिप्पणी भेजें