जाट आंदोलन और भड़का
हिसार/जींद : जाट आंदोलनकारियों पर सख्ती बरतने की जिला प्रशासन की चेतावनी से बेपरवाह जाट आंदोलन शुक्रवार को और भड़क गया। सेना बुलाए जाने के बाद भी प्रदर्शनकारियों ने जिले में आधा दर्जन जगहों पर रास्ता जाम किया।आंदोलनकारियों ने अब पूरे प्रदेश में कम से कम 20-25 नाके लगा हाईवे के निकटवर्ती गांवों में जाम लगाने का ऐलान किया है। आंदोलनकारी जाट नेताओं की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए उनकी तत्काल रिहाई की मांग कर रहे हैं।उधर 6 मार्च को आंदोलन के दौरान गोली लगने से मारे गए युवक संदीप की अंत्येष्टि पोस्टमार्टम के 2 दिन बाद भी नहीं हो पाई। उसका शव आज भी रामायण रेलवे ट्रैक पर रखा गया था। वहीं पुलिस ने कैंट चौकी फूंकने के आरोप में 1500-2000 लोगों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया है। बीते दिवस आंदोलनकारियों ने मैय्यड़ के निकट स्थित हिसार पाइप फैक्टरी में घुसकर जमकर तोडफ़ोड़ की। कैंट क्षेत्र को सी.आर.पी.एफ. तथा आर.ए.एफ. ने छावनी में तबदील कर दिया है। उधर अनेक खाप पंचायतों का 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज शाम सैंट्रल जेल में बंद जाट नेताओं से मिलने पहुंचा।वहीं मैय्यड़ में जाम लगाने वाले आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक उनके गिरफ्तार हुए नेताओं को रिहा नहीं किया जाता वे मृतक संदीप के शव का दाह-संस्कार नहीं करेंगे। रोड जाम में शामिल जाट नेता सुरेश कौथ का कहना है कि जिले के बाद अब पूरे प्रदेश में हाईवे जाम लगाए जाएंगे। उधर हिसार में जारी जाट आरक्षण आंदोलन को लेकर शुक्रवार को जाट धर्मशाला में उस 26 सदस्यीय संघर्ष समिति की विशेष बैठक हुई जिसने सरकार से बातचीत कर समझौता किया था। कई घंटे तक चली इस खाप पंचायत और संघर्ष समिति की बैठक में कोई फैसला नहीं हो पाया। वहीं हिसार के डी.जी.पी. रंजीव दलाल ने बताया कि अद्र्धसैनिक बलों की 6 कम्पनियां शीघ्र ही हिसार पहुंच जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस समय जिला सुरक्षा बलों की 24 कम्पनियां तैनात हैं।
हिसार/जींद : जाट आंदोलनकारियों पर सख्ती बरतने की जिला प्रशासन की चेतावनी से बेपरवाह जाट आंदोलन शुक्रवार को और भड़क गया। सेना बुलाए जाने के बाद भी प्रदर्शनकारियों ने जिले में आधा दर्जन जगहों पर रास्ता जाम किया।आंदोलनकारियों ने अब पूरे प्रदेश में कम से कम 20-25 नाके लगा हाईवे के निकटवर्ती गांवों में जाम लगाने का ऐलान किया है। आंदोलनकारी जाट नेताओं की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए उनकी तत्काल रिहाई की मांग कर रहे हैं।उधर 6 मार्च को आंदोलन के दौरान गोली लगने से मारे गए युवक संदीप की अंत्येष्टि पोस्टमार्टम के 2 दिन बाद भी नहीं हो पाई। उसका शव आज भी रामायण रेलवे ट्रैक पर रखा गया था। वहीं पुलिस ने कैंट चौकी फूंकने के आरोप में 1500-2000 लोगों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया है। बीते दिवस आंदोलनकारियों ने मैय्यड़ के निकट स्थित हिसार पाइप फैक्टरी में घुसकर जमकर तोडफ़ोड़ की। कैंट क्षेत्र को सी.आर.पी.एफ. तथा आर.ए.एफ. ने छावनी में तबदील कर दिया है। उधर अनेक खाप पंचायतों का 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज शाम सैंट्रल जेल में बंद जाट नेताओं से मिलने पहुंचा।वहीं मैय्यड़ में जाम लगाने वाले आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक उनके गिरफ्तार हुए नेताओं को रिहा नहीं किया जाता वे मृतक संदीप के शव का दाह-संस्कार नहीं करेंगे। रोड जाम में शामिल जाट नेता सुरेश कौथ का कहना है कि जिले के बाद अब पूरे प्रदेश में हाईवे जाम लगाए जाएंगे। उधर हिसार में जारी जाट आरक्षण आंदोलन को लेकर शुक्रवार को जाट धर्मशाला में उस 26 सदस्यीय संघर्ष समिति की विशेष बैठक हुई जिसने सरकार से बातचीत कर समझौता किया था। कई घंटे तक चली इस खाप पंचायत और संघर्ष समिति की बैठक में कोई फैसला नहीं हो पाया। वहीं हिसार के डी.जी.पी. रंजीव दलाल ने बताया कि अद्र्धसैनिक बलों की 6 कम्पनियां शीघ्र ही हिसार पहुंच जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस समय जिला सुरक्षा बलों की 24 कम्पनियां तैनात हैं।

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