बाड़मेर स्कूली बच्चो को पढ़ाया जाएगा सड़क सुरक्षा का पाठ
बाड़मेर
आगामी शिक्षा सत्र मंे स्कूली बच्चों को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाया जाएगा। सड़क सुरक्षा संबंधित शिक्षण के जरिए बच्चांे को प्रारंभ से सड़क हादसांे एवं नियमांे के प्रति जागरूक किया जाएगा। ताकि वे बड़े होकर सड़क सुरक्षा नियमांे का पालन करें।
राज्य मंे सड़क हादसांे की रोकथाम के लिए सड़क सुरक्षा नियमों को पाठयक्रम मंे जोड़ने की कवायद चल रही है। इसके अलावा चयनित शिक्षकांे एवं स्वयंसेवी संगठनांे के प्रतिनिधियांे को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बच्चों को स्कूलों में जाकर सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी देने की जिम्मेदारी परिवहन विभाग को सौंपी गई है। प्रत्येक जिले के 50-50 शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रशिक्षण में शिक्षकों को सड़क सुरक्षा के विषय, संकेतकों की भाषा, दुर्घटना रोकने के उपाय, सड़क पर चलते समय नियमांे की पालना करने के बारे मंे जानकारी दी जा रही है। प्रदेश मंे सड़क सुरक्षा के पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए सरकार ने एक करोड़ 13 लाख 50 हजार रुपए का बजट जारी किया है। स्कूलों में बच्चों को सड़क सुरक्षा की जानकारी देने के लिए परिवहन विभाग, यातायात विभाग एवं पुलिस विभाग का सहयोग भी ले सकेंगे। जिला परिवहन अधिकारी डी.डी.मेघानी ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे यातायात सुरक्षा नियमांे संबंधित प्रशिक्षण दिलाया गया है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार सड़क हादसों की रोकथाम के लिए विभाग की ओर से पूरे प्रयास किए जा रहे है।
सड़क हादसों की रोकथाम के लिए उठाया कदमः 
वर्ष 2014 में देश में चार लाख 50 हजार 898 तथा राजस्थान में 24 हजार 639 सड़क हादसे हुए। इन हादसांे से देश में 1 लाख 41 हजार 526 तथा राजस्थान में 10 हजार 287 लोगों की मृत्यु हुई है। इसी तरह देश में घायलों की संख्या 4 लाख 77 हजार 731 एवं राजस्थान में 27 हजार 481 है। हादसे होने की वजह आमतौर पर चालक की गलती मानी जाती है। एक सर्वे के अनुसार 94 प्रतिशत चालक की गलती एवं 5 प्रतिशत अन्य तथा 1 प्रतिशत सड़क अभियांत्रिकी दोष माना जाता है। इसलिए सड़क हादसांे की रोकथाम के लिए स्कूली पाठ्यक्रम मंे सड़क सुरक्षा नियमांे को जोड़ा जा रहा है।

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