आत्मा अमृत हैं जिसका कोई रूप नहीं होता - उषा जैन
बाड़मेर
बच्चो में आत्मा अमृत हैं जिसका कोई रूप नहीं होता हैं। आत्मा आॅंखो से दिखाई नहीं देती हैं। आत्मा को कभी धोया नहीं जाता हैं, सुखाया नहीं जाता हैं। आत्मा भी अलग हैं, षरीर भी अलग हैं। अगर इनको सही दिषा तथा पथ प्रदर्षक मिले तो इनकी प्रतिभा को निखारा जा सकता हैं। उक्त बात आज मधुरभाशी प्रखर व्याख्यात्री साध्वीवर्या प्रियरंजनाश्री के 49वें जन्म दिवस के एक दिन पूर्व सोमाणियों की ढ़ाणी स्थित श्री सत्य साई अंध एवं मूक बधिर विधालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर परिशद पूर्व सभापति उशा जैन ने कही। जैन ने कहा कि भगवान ने इनकी एक इन्द्रिय में कमी रखी हैं लेकिन प्रतिभा को असीमित कर दिया हैं। ऐसी प्रतिभाओं को तराषकर आगे लाना चाहिये ताकि ये अपने भविश्य में कुछ कर सकें। उन्होनें इन बच्चो की हर सम्भव सहायता करने की बात कही। उन्होनें साध्वीजी त्याग तपस्या एवं साधना के गुणाष्य परिपूर्ण हैं एवं उनके दीर्घायु होने की भी कामना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जैन श्री संघ के अध्यक्ष सम्पतराज बोथरा एडवोकेट ने कहा कि इनको संगीत, खेलकुद अथवा अध्ययन के सभी क्षेत्रों में अपनी क्षमता के प्रदर्षन का अवसर मिलना चाहिये। ये बच्चे बड़े परिश्रमी एवं उत्साही हैं उनकी कला एवं हुनर को मेरा सलाम हैं। इनकी हर सम्भव सहायता के लिये हमें प्रयासरत रहना चाहिये।
विषिश्ट अतिथि खतरगच्छ संघ के अध्यक्ष रतनलाल संखलेचा ने कहा कि पूज्य साध्वीजी के बताये हुए उपदेषो पर चलकर हमारा जीवन सार्थक होगा। 
विषिश्ट अतिथि लघु उधोग भारती के बाड़मेर इकाई के अध्यक्ष कैलाष कोटडि़या ने कहा कि प्यारे बच्चो आप भी एक मिषन बनकर देष समाज की सेवा के लिये आगे बढे एवं सेवा में तत्पर बने रहें। जैन परिवार के पाक्षिक सम्पादक लूणकरण सिंघवी ने निषक्त छात्र दया के पात्र नहीं हैं, के भाव अभिव्यक्त कर साध्वीजी के दीर्घायु की मंगल कामना की। 
इसी कड़ी में संखलेचा भाईपा संस्थान के प्रचार मंत्री पवन संखलेचा ने कहा कि भगवान महावीर श्रीराम, कृश्ण की तरह ही साध्वीजी ने अपने जीवन में संस्कारों एवं आदर्षो का एक मिषन बनाकर देष एवं समाज की सेवा कर रही हैं। बाबुलाल छाजेड़ ने भी अपने भाव की अभिव्यक्ति की। कार्यक्रम के लाभार्थी कमला देवी धर्मपत्नी बाबुलाल लुणिया परिवार की ओर से बच्चो को मिठाई, बिस्किट एवं फल वितरण करने का लाभ लिया गया।
मुख्य अतिथि उशा जैन एवं सभी अतिथियों तथा लाभार्थी परिवार ने विधालय के सभी छात्र-छात्राओं को साध्वीवर्या के जन्म दिवस के उपलक्ष में मिठाई, बिस्किट एवं फल वितरित किये गये।
खेतमल तातेड़ एवं नरेष लुणिया ने श्री सत्य साई अंध एवं मूक बधिर विधालय के समस्त महानुभावो एवं अतिथियों का अभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे निवेदन पर हमें यह कार्य करने का अवसर दिया गया जिसके लिये हम तहेदिल से इनके आभारी हैं। इस अवसर पर विधालय के छात्र-छात्राओं ने स्वागत गीत एवं जन्म दिन गीत तथा सांस्कृतिक प्रस्तुती बहुत सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया गया, जिससे उपस्थित अतिथियों ने भाव विभोर होकर अपनी अपनी ओर से छात्र-छात्राओं को परितोशिक दिया। इस अवसर पर भूरचन्द संखलेचा, चम्पालाल बोथरा, जगदीष बोथरा, मदनलाल बोथरा, जगदीष बोथरा (एच), गौतम छाजेड़, नरेष लुणिया, मदनलाल छाजेड़, अषोक सिंघवी, कपिल संखलेचा, संजय बोथरा, चन्द्र प्रकाष छाजेड़, लीला छाजेड़, षान्ति सेठिया, मीना तातेड़, भावना सिंघवी उपस्थित थे।  कार्यक्रम में विधालय परिवार की ओर से प्रधानाचार्य धर्मपाल, सत्यनारायण षर्मा, अनिल षर्मा, विरधाराम, राजाराम, बजारीलाल, राजेष, भानाराम बाबुलाल एवं मानी देवी आदि ने सहयोग दिया। मंच संचालन अनिल षर्मा ने किया एवं समस्त अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित कर भविश्य में विधालय में आने की बात कही।

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