भक्तजन कर रहे है सुगमतापूर्वक बाबा की समाधी के दर्षन
रामदेवरा ,
पष्चिमी राजस्थान के कुम्भ माने जाने वाले बाबा रामदेवरा मेले में आस्था का ज्वार चलता ही जा रहा है। देष व प्रदेष के कौने-कौने से श्रृद्धालू मेले के दूसरे दिन गुरुवार को भी भारी संख्या में पहुंचे एवं उन्होंने लाईन में खड़े होकर अपने ईष्ठदेव रामसापीर की समाधी के दर्षन किये एवं प्रसाद चढ़ा कर अपनी मनोकामना पूर्ण की।
रुणैचा नगरी में मेलार्थियों की गहमागहमी से दिनभर रैलमपेल बनी रही एवं लगभग तीन किलोमीटर लम्बी लाईन में भक्तजन खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते हुए बड़ी आस्था के साथ बाबा की समाधी के दर्षन कर रहे हैं। पूरी रुणैचा नगरी बाबा तेरी ’’जय बोलेगें -छोटे-मोटे सब बोलेगें ’’ के साथ ही अनेक नारों से गुंजायमान हो उठी।
तृतीया को दूसरे दिवस मध्यप्रदेष ,गुजरात के साथ ही कौने -कौने से भक्तजन रेलों ,बसों एवं निजी वाहनों के माध्यम से रुणैचा नगरी पहुंचे और उन्होंने बाबा की समाधी के दर्षन करने के पष्चात डालीबाई के मंदिर ,परचा बावड़ी , गुरुद्वारा ,झूला-पालना के भी दर्षन किए। यहां आने वाले यात्रियों ने रामसरोवर तालाब में डूबकी लगा कर अपनी यात्रा को पूर्ण माना।
सहायक मेलाधिकारी तहसीलदार पोकरण सुभाष हेमानी , विकास अधिकारी नारायणलाल सुथार के साथ ही तहसीलदार भणियांणा पुखराज भार्गव ,नायब तहसीलदार रामसिंह ,आईदानसिंह पंवार तथा पदमाराम मेला परिसर का भ्रमण कर मेला व्यवस्थाओं को बेहतर एवं चाकचैबं बनाए रखे हुए हैं।
उप अधीक्षक पुलिस धरमाराम ने मेले का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मेले में दूसरे दिन भी मेला प्रषासन द्वारा की गई व्यवस्था के कारण लाईन में लगे मेलार्थी सुगमता से दर्षन कर रहे थे। एक मोटे अनुमान के अनुसार एक लाख श्रृद्धालुओं ने गुरुवार को बाबा की समाधी के दर्षन कर पूजा-अर्चना की।
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