राज्यस्तर से लेकर जिलास्तर पर मोनिटरिंग दल गठित,
बाडमेर।
प्रदेश में जनसंख्या स्थिरता के लिए किए जा रहे प्रयासों में एक मुख्य प्रयास के तहत बुधवार से नसबंदी अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान आगामी 15 अक्टूबर तक निरंतर चलेगा और इस दौरान अधिकाधिक संख्या में नसबंदी करवाई जाएगी। अभियान के चलते मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हेमराज सोनी एवं अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्रसिंह के नेतृत्व सैल का गठन किया गया है। वहीं राज्य स्तर से भी नियमित मोनिटरिंग की जाएगी।
जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने बताया कि अभियान की शुरूआत हो चुकी है और अब नियमित रूप से नसबंदी शिविर लगाए जाएंगे। इस संबंध में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान द्वारा भी संबंधित अधिकारियों को दिशानिर्देश प्रदान किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि नसबंदी के लिए संभावित परिवार का सर्वे भी नियमित रूप से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है। सर्वे में जिन दंपतियों ने नसबंदी करवाने की इच्छा जाहिर की है, उनकी सर्वप्रथम शीघ्रातिशीघ्र नबंसदी करवाई जाएगी। वशर 20122013 के लिए निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए चलाए गए इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य स्तर से लेकर जिलास्तर पर मोनिटरिंग सैल गठित की गई है। जिला स्तर पर गठित दल में जिला कार्यक्रम प्रबंधक, सहायक सांख्यिकी अधिकारी, डेटा सहायक, जिला आशा समन्यक व जिला आईईसी समन्वयक को शामिल किया गया है। उक्त दल द्वारा कैंपों की सघन मोनिटरिंग की जाएगी। वहीं एसीएमएचओ प्रतिदिन एक या दो नसबंदी शिविरों का निरीक्षण करेंगे। अभियान के सफल कि्रयान्वयन के लिए बीसीएमओ, आशाओं, जनमंगल जोड़ों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा संबंधित क्षेत्र के पंचायती राज प्रतिनिधियों का सहयोग लिया जा रहा है। अभियान के दौरान विशाल नसबंदी शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा। अभियान के तहत गुरूवार को चौहटन, सिणधरी और पचपदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शिविरों का आयोजन किया गया। वहीं शुक्रवार को गुडामलानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और रविवार को धोरीमन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
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