दुसरे दिन भी रिमझिम जारी, निचले इलाको में बाढ़ के हालात
बाड़मेर
पिछले कुछ दिनों से गुजरात में भारी बारिश के बाद गुजरात में बाढ़ आ गयी और चार दिनों से अब राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र के बाड़मेर जिले में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार को शुरू हुआ बारिश का दोर शनिवार को भी जारी रहा बाड़मेर शहर सहित आस पास के इलाको में पानी भर गया और शनिवार को रोज कभी तेज तो कभी बुदाबदी चल रही है शनिवार को भी सूरज के दर्शन होते दिख नहीं रहे है और शनिवार को भी बरसात की झड़ी लगी रही। लगातार तीस से ज्यादा घंटों तक रिमझिम और तेज बारिश का दौर लगातार जारी है। इससे आम लोगों की दिनचर्या भी बुरी तरह प्रभावित हुई। वहीं गांवों में बरसात के बाद कहीं फसलें बर्बाद हो गई है तो कहीं बरसात के बाद मुरझाई फसलों को जीवनदान मिला है। शुक्रवार को सुबह से रिमझिम बारिश का दौर शुरू हो गया, जो कभी तेज तो कभी हल्की बारिश के रूप में शनिवार को जारी रहा। बारिश से शहर की सड़कों पर पानी की चादर चली, वहीं पहाड़ों से गुजरते बादलों ने माउंट की वादियों का अहसास करा दिया। दिनभर सुहाने मौसम के बीच चल रही समुद्री ठंडी हवाओं से आमजन को गर्मी से राहत दिलाई। खुशगवार मौसम के बीच शहरवासी भी उत्साहित नजर आए और दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कर सुहाने मौसम का जमकर आनंद उठाया।
बढऩे लगी चिंताएं:
गुजरात के अहमदाबाद सहित कई इलाकों में भारी बरसात के बाद अब गुजरात से सटे बाड़मेर जिले के लोगों की चिंताएं बढऩे लगी हंै। चिंता इस बात की भी है कि इन दिनों किसानों की अधिकांश फसलें पक कर तैयार हंै, ऐसी स्थिति में बरसात का दौर जारी रहता है तो किसानों की सालभर की गई मेहनत चौपट हो जाएगी।
खुले मैन होल बने आफत:
बरसात के साथ ही शहर में जगह-जगह खुले पड़े मैन हॉल राहगीरों व वाहन चालकों के लिए जी का जंझाल बने हुए हैं। सड़कों पर चलने के लिए शहरवासियों को फूंक-फूंक कर कदम रखना पड़ रहा है। स्टेशन रोड़, हाई स्कूल रोड़, किसान बोर्डिंग, राजकीय चिकित्सालय, नेहरू नगर सहित कई इलाकों में नालों पर ढक्कन नहीं होने से मैन होल खुले पड़े हैं।
हादसों के बाद भी नहीं चेता नगर प्रशासन
बाड़मेर शहर के अहिंसा सर्किल के पास पालिका बाजार के बाहर खुला मैन होल हादसों का कारण बना हुआ है। शुक्रवार को भी एक साइकिल सवार युवक बरसाती पानी भरा हुआ होने से नाले में गिर गया, लेकिन आसपास के लोगों की सूझबूझ से उसे समय रहते बाहर निकाल दिया गया। करीब पांच-छह दिन पूर्व भी एक बाइक सवार इसी गड्ढ़े बरसाती पानी से भरे हुए होने के कारण देख नहीं पाने से बाइक समेत अंदर गिर गया। युवक तो बड़ी मुश्किल से गंदे नाले से निकल गया, लेकिन उसकी बाइक बुरी तरह से फंस गई थी। ऐसे में बार-बार हो रहे हादसों के बावजूद भी नगर परिषद की आंखें खुल नहीं रही है। ऐसे में शायद नगर परिषद को बड़े हादसे का इंतजार है।
फसलें बर्बाद:
रिमझिम बरसात के साथ शुक्रवार को दिनभर चली झड़ी से गांवों में पक्की-पकाई फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ है। वहीं तेज हवा के कारण फसलें जमींदोज हो गई। वहीं सालभर मेहनत के बाद बोई फसलें बर्बाद होने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाने से किसान अपनी किस्मत को कोसने लगे हैं। वहीं जहां फसलें पकने की बजाय तैयार हो रही है, वहां यह बारिश मुरझाई फसलों के लिए वरदान बनी हुई है।
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