बाड़मेर सेवा, सुसंस्कार और राष्ट्रभक्ति के अग्रदूत है स्काउट्स-जाटोल
बाडमेर
शिक्षा, सुसंस्कार, समर्पण और सेवा ये मानवता के मौलिक गुण है वास्तव में स्वय को सुव्यवस्थित और अनुशासित रखते हुए दूसरों के लिए जीना ही सही अर्थो में इंसानियत है और यह गुण केवल मात्र स्काउटिंग आन्दोलन से बालकों को जोड़कर सहजता से विकसित किया जा सकता है ये उदगार ताराचंद जाटोल ने राजस्थान राज्य भारत स्काउट्स व गाइड्स जिला मुख्यालय बाड़मेर के तत्वावधान में राजकीय संस्कृत माध्यमिक विद्यालय तिलक नगर बाड़मेर में चल रहे जिला स्तरीय राज्य पुरस्कार निपुण रोवर प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि स्काउटिंग आंदोलन समाज सेवा, व्यक्तित्व निर्माण, आपातकालीन समय में कार्यदक्षता और सुदृढ़ युवाओं के निर्माण में अपनी महत्ती भूमिका का निर्वहन कर श्रेष्ठ काम कर रहा है ऐसे संगठन से जुड़कर गौरव महसूस होता है। इस दौरान उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को 5 पौधे लगाने का सकल्प दिलाया। विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता व समाजसेवी मुकेश जैन ने कहा कि स्काउट ही वे फरिस्ते है जो अपनी जान की परवाह किये बिना दूसरों की सेवा में तत्पर रहते है आज की पीढ़ी को ऐसे संस्कारो की महत्ती आवश्यकता है भारत युवाओं का देश है। युवा शक्ति से परिपूर्ण व सक्रियता से युक्त होते है पर शक्ति का सदुपयोग आवश्यक है। इस हेतु जरुरी है कि हम युवाओं में उत्तम शिक्षा, बेहतर समय प्रबंधन और श्रेष्ट संस्कार विकसित करे। विशिष्ट अतिथि नरसिग कडवासरा ने स्काउट्स से राष्ट्र के लिए जीने व हरदम स्वयं का विकास करते हुए राष्ट्र विकास की सोच विकसित करने को कहा। ताराचंद गोसाई ने कहा कि स्काउटिंग जैसे सेवाभावी संगठन की भूमिका हर क्षेत्र मे महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने कहा कि केवल स्काउटिंग ही एकमात्र ऐसा संगठन रह गया है जो विद्यार्थियों में विद्यार्थियों में सेवा, संगठन, परहित, राष्ट्रभक्ति और समाज सुधार के गुण विकसित कर सकता है उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि बाड़मेर में स्काउटिंग गतिविधि में तेजी से सक्रियता व संख्या लगातार बढ़ रही है जो कि सर्वांगीण गुण संपन्न युवाओं के निर्माण में सुखद अहसास है। सीओ गाइड ज्योति महात्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर में स्काउट्स व रोवर्स दक्ष प्रशिक्षकों व प्रकृति के सानिध्य में सिमित सुविधाओं, विकट व चुनोतिपूर्ण परिस्थितियों में सहजता से जीना भी सीख रहे है। उन्होंने कहा कि ये सही अर्थों में सामूहिकता, समरसता और स्काउट भावना से प्रशिक्षण प्राप्त कर सच्चे अर्थों में स्काउटिंग की योग्यता वृद्धि कर आगे बढ़ रहे है जो श्रेष्ट समाज निर्माण व स्वावलम्बन में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे। दक्ष प्रशिक्षक त्रिलोकाराम सेजु ने मेहमानों का स्काउट परम्परा से स्वागत किया। दक्ष प्रशिक्षक दूदाराम चैधरी ने मेहमानों को प्रशिक्षण कार्यक्रम का ब्यौरा देते हुए अब तक का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। प्रशिक्षक चुन्नीलाल मीणा ने स्काउट्स को मै तुमको विश्वाश दू तुम मुझको विश्वास दो, गीत गवाकर मेहमानों को श्रेष्टता से समाज निर्माण के स्काउटिंग के संकल्प को साकार कर सुंदर व सौम्य विश्व बनाने को दृढ किया। दक्ष प्रशिक्षक नारायण सोलंकी ने स्काउट्स से स्पेशल क्लेप्स बजाकर व निनाद बुलवाकर अतिथियों का विशेष आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व दिन की शुरुआत क्रमशः प्रभातफेरी, बीपी सिक्स व विशेष योगाभ्यास कार्यक्रम के साथ हुई। सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन भी किया गया। जिसमे सभी धर्मों का आदर करते हुए प्रार्थना की गई। इस दौरान शिविर में गोपाल गर्ग, चुन्नीलाल मीणा, त्रिलोकाराम, भंवरलाल चैहान, धर्मवीर धारीवाल, नारायण सोलंकी, फताराम पंवार, दीपाराम चैधरी, वीराराम, वगताराम, भवेंद्र कुमार, जयराम और शौभा बालच सहित दक्ष प्रशिक्षक व पाबूराम नवाद, लालचंद, जोधाराम, भैराराम ने इस जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में अपनी सेवाएं दे रहे है। वहीं कार्यक्रम का संचालन हरीश जांगिड ने किया।

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