समन्वित प्रयासो से खुले में शौच मुक्त हो थार : शर्मा
स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षात्मक बैठक
बाड़मेर।
समन्वित प्रयासांे से बाड़मेर जिले को खुले मंे शौच से मुक्त कराने के लिए सभी विभागीय अधिकारी,जन प्रतिनिधि एवं कार्मिक पहल करें। इसके लिए ग्राम स्तरीय निगरानी समितियांे को सशक्त बनाया जाए। बेस लाइन से वंचित रहे ग्रामीणांे को मनरेगा मंे शौचालय निर्माण करवाकर लाभांवित करवाया जा सकता है। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार मंे स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षात्मक बैठक के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि समन्वित प्रयासांे से यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक घर मंे शौचालय का निर्माण होने के साथ उसका उपयोग भी सुनिश्चित हो। जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि प्रत्येक शौचालय निर्माण के अभियान को मिशन के रूप लेकर कार्य संपादित किया जाए। उन्हांेने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन मंे सबका सहयोग जरूरी है। इसके लिए युद्व स्तर पर प्रयास किए जाए। उन्हांेने कहा कि ग्रामीणांे को शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित किया जाए। उन्हांेने कहा कि बाड़मेर जिले को दिसंबर 2017 तक खुले मंे शौच से मुक्त कराना है। उन्हांेने बैठक के दौरान उपखंड अधिकारियांे, तहसीलदारांे एवं विकास अधिकारियांे को प्रति माह पंचायत समिति स्तर खुले मंे शौच से मुक्त कराने के लिए माहवार प्रस्तावित की गई ग्राम पंचायतांे मंे हुए शौचालय निर्माण की नियमित रूप से समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्हांेने अधिकाधिक ग्राम पंचायतांे को खुले मंे शौच से मुक्त कराने के लिए वृहद स्तर पर जागरूकता गतिविधियां भी संचालित करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रत्येक घर मंे शौचालय निर्माण के लिए ग्राम पंचायतवार निगरानी समितियांे का गठन कर उसके जरिए वातावरण निर्माण किया जाए। ताकि समुदाय को जागृत एवं प्रेरित करते हुए खुले मंे शौच जाने की परिपाटी को रोका जा सके। उन्हांेने बताया कि बाड़मेर जिले की 9 पंचायत समितियांे मंे जिला संदर्भ समूह का गठन किया गया है। इनको प्रथम चरण का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जबकि आठ पंचायत समितियांे मंे 8 से 12 अगस्त के मध्य प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्य कार्यकारी अधिकारी नेहरा ने समस्त उपखंड अधिकारियांे, तहसीलदारांे एवं विकास अधिकारियांे को निर्देशित किया कि वे ग्राम पंचायत स्तर पर नियमित रूप से मोनेटरिंग करने के साथ समुदाय को शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित करें।
इस दौरान जिला परियोजना समन्वयक पुष्पेन्द्रसिंह सोढ़ा ने बताया कि ग्राम पंचायतांे को खुले मंे शौच से मुक्त कराने के लिए संबंधित प्रभारी अपनी-अपनी ग्राम पंचायतांे मंे सभी विभागांे से समन्वय स्थापित कर आमजन मंे जन जागृति लाने एवं ग्राम पंचायत को खुले मंे शौच से मुक्त कराने के लिए रणनीति तैयार कर क्रियान्वयन करवाएं। वल्र्ड बैंक के प्रतिनिधि चेतन अर्ते ने कहा कि बाड़मेर जिले को ओडीएफ बनाने के लिए मानक कार्य विधि के तहत कार्य करना होगा। उन्हांेने उपस्थित संभागियांे से इसके लिए वृहद स्तर पर प्रयास करने की अपील की। इस बैठक मंे उपखंड अधिकारियांे, तहसीलदारांे, विकास अधिकारियांे के साथ चालीस ग्राम पंचायतांे के सरपंचांे एवं ग्राम सेवकांे ने भाग लिया।

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