जीवन वाहिनी सेवा का 15 अगस्त से शुभारंभ
बाड़मेर।
राजकीय आपातकालीन एम्बूलेंस एवं चिकित्सीय परामर्श सेवाओं की एकीकृत सेवा ‘डाॅयल एन इम्बूलेंस‘ जीवनवाहिनी 15 अगस्त से शुरू की जायेगी। डाॅयल इन एम्बुलेंस सुविधा से 108-आपातकालीन एम्बूलेंस सेवा, 104-जननी एक्सप्रेस व चिकित्सीय परामर्श सेवा सहित राजकीय चिकित्सालयों की बेसड एम्बूलंेसों की सेवाएं टोल-फ्री नम्बर 108 अथवा 104 डाॅयल करने पर उपलब्ध होंगी। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने बताया कि 15 अगस्त से डाॅयल एन एम्बूलेंस सेवा प्रारंभ होने से एम्बूलेंस वाहनों की सुलभ उपलब्धता के लिए उपयुक्त स्थान का निर्धारण करने (रि-पाॅजीशन), कंडम एम्बूलेंस को इस सेवा में शामिल नहीं करने एवं कार्यरत समस्त एम्बूलेंस के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट्स बनवानेे के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। 
108 व 104 टोल फ्री नम्बर 
सीएमएचओ ने बताया कि जीवनवाहिनी ‘‘इन्टीग्रेटेड एम्बुलैंस योजना’’ के अन्तर्गत संबंधित सेवाओं हेतु काॅलर को अलग-अलग नम्बर डायल करने की आवश्यकता नहीं रहेगी। 108 अथवा 104 कोई भी एक नंबर डायल किये जाने पर सेवायें दी जा सकेंगी। गैर-आपातकालीन एम्बूलेंस सेवा के लिए प्री-बुकिंग की नवाचार सुविधा उपलब्ध होगी एवं इसके लिए उपभोगकर्ता द्वारा निर्धारित खर्च वहन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि ‘डायॅल-एन-एम्बूलेंस‘ जीवन वाहिनी सेवा आॅटोमेटिक कम्प्यूटराईज्ड आॅनलाइन सिस्टम से संचालित की जायेगी।
सभी को मिले सुविधा 
सीएमएचओ ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ित व्यक्ति को ‘‘गोल्डन आॅवर’’ में चिकित्सा सुविधा मिलना आवश्यक है। प्रसूता महिलाओं तथा बीमार नवजात बच्चों को समय पर चिकित्सा संस्थान पर पहंुचाने हेतु त्वरित एम्बुलैंस सेवा से मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्युदर में कमी लायी जा सकती है। सामान्य मरीजों को भी आपातकालीन नहीं होने के बावजूद परिवहन हेतु एम्बुलेंस की आवश्यकता होती है, उन्हें भुगतान आधारित एम्बुलैंस सेवा प्रदान की जा सकती है। 

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