कलेक्टर और एसपी कॉमन मैन की उम्मीदों के अनुरूप काम करें- मुख्यमंत्री
जयपुर, 9 जनवरी।
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक इस बात का यहां से संकल्प लेकर अपने जिलों में जाएं कि हम आपसी सामन्जस्य, समन्वय और सहयोग से जनता की भावना और कॉमन मैंन की उम्मीदों के अनुरूप कार्य करेंगे। इससे आने वाले पांच वर्षों में धरातल पर वास्तविक रूप से बदलाव दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सभी जिला अधिकारियों के साथ मिलकर टीम भावना के साथ कार्य करें, जिससे कि एक नई मिसाल कायम हो सकें।
श्रीमती राजे गुरूवार को यहां मुख्यमंत्री कार्यालय में जिला कलेक्टर्स एवं पुलिस अधीक्षकों की दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस के समापन सत्र को सम्बोधित कर रही थी। मुख्यमंत्री ने कानून और व्यवस्था पर विशेष बल देते हुए कहा कि जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक संयुक्त रूप से अपने जिले के दूर-दराज के क्षेत्रों का दौरा करें और वहां रात्रि विश्राम कर स्थानीय समस्याओं का मौके पर ही समाधान करें ताकि कोई भी घटना बड़ा रूप नहीं ले पाये।
बड़ी मछलियों को भी पकड़े
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए भ्रष्टाचार विभाग को और अधिक मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टतम व्यक्तियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाए, चाहे वो कितना ही बड़ा और प्रभावशाली व्यक्ति क्यों ना हो। उन्होंने साफ कहा कि भ्रष्टाचार के छोटे-छोटे प्रकरणों में तो कार्यवाही होती है लेकिन अमूमन बड़े लोगों पर हाथ डालने से बचा जाता है जो न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने भ्रष्टाचार के मामलों में बिग फिशेज (बड़ी मछलियां) को भी तुरन्त पकड़े जाने के निर्देश दिए।
सम्भागीय मुख्यालयों पर होगी केबिनेट की बैठक, शुरूआत फरवरी में भरतपुर से
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सम्भागीय मुख्यालयों पर अब केबिनेट बैठकें आयोजित की जायेगी, जिसकी शुरूआत फरवरी माह में भरतपुर सम्भाग से होगी। पूरी की पूरी सरकार सम्भागीय मुख्यालयों पर रहकर उस सम्भाग की आमजन से जुड़ी समस्याओं का निराकरण करेगी इससे उस क्षेत्र के तेजी से विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
कलेक्टर-एसपी पड़ौसी राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक करें
श्रीमती राजे ने कहा है कि जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक तीन माह के अन्तराल में पड़ौसी राज्यों के सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों के साथ एक बैठक करें, जिससे सीमावर्ती इलाकों में होने वाले अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।
माफिया बख्शे नहीं जाएंगे
हिस्ट्रीशीटर-असामाजिक तत्वों के खिलाफ चलेगा अभियान
मुख्यमंत्री ने भूमाफिया, खनन माफिया, शराब माफिया, ब्याज माफिया, बजरी माफिया आदि के बीच में गहरा गठजोड़ है जिसे तोड़ा जाए और किसी भी स्थिति में ऐसे माफिया को बख्शा नहीं जाए। क्योंकि प्रभावी एवं कठोर कार्यवाही नहीं होने के कारण इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने हिस्ट्रीशीटर और असामाजिक तत्वों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए।
एसपी भी लें सतर्कता समितियों की बैठक में भाग
मुख्यमंत्री ने आम जनता के अभाव अभियोग के तुरन्त निस्तारण पर जोर देते हुए सतर्कता समितियों की नियमित बैठक करने और उसमें पुलिस अधीक्षकों के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आवश्यक रूप से भाग लेने के निर्देश दिए। उन्होंने इस सम्बन्ध में पुलिस महानिदेशक और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को इसकी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
वास्तविक अपराधी के खिलाफ ही हो एफआईआर दर्ज
मुख्यमंत्री ने कहा है कि थानों में दर्ज होने वाली एफ.आई.आर. वास्तविक अपराधी के खिलाफ ही दर्ज हो। विशेष रूप से गौ तस्करी, मादक पदार्थों की बिक्री और बाल श्रम आदि रोके जाने के लिए भी उन्होंने गंभीर प्रयास किए जाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि लोगों के मन में कानून के प्रति सम्मान का भाव होना चाहिए। राज्य में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि पर्यटकों से संबंधित अपराधों के लिए थानों में पृथक से डेस्क स्थापित कर कार्यवाही करें।
आपदा प्रबन्धन के लिए कारगर योजना बने
उन्होंने कहा कि आपदा प्रबन्धन के ढांचे को मजबूत बनाने के लिए कारगर योजना बनाकर सम्बन्धित व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया जाए तथा आवश्यक उपकरण एवं संसाधान की व्यवस्था करते हुए समय-समय पर मॉक-ड्रिल कर सम्बन्धित विभागों के रेस्पोंस अवधि की जांच करें।
मंत्रियों के सुझाव
ग्रामीण विकास एवं पंचायजी राज विभाग मंत्री श्री गुलाबचंद कटारिया ने वर्ष 2007 में बने पुलिस एक्ट को पूरी तरह से लागू किए जाने, जनजातीय क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री नन्दलाल मीणा ने आदिवासी क्षेत्रों में अवैध हथियारों, अफीम तस्करी रोके जाने पर बल दिया। खान मंत्री श्री कैलाश मेघवाल ने पुलिस बीट व्यवस्था सुधारे जाने तथा जल संसाधन मंत्री श्री सांवरलाल जाट ने आम जन में पुलिस का विश्वास कायम किए जाने पर जोर दिया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने भगोड़ों की गिरफ्तारी और लापता बच्चों की तलाश के लिए कार्य करने पर, शिक्षा मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने अपराधों के बढ़ते ग्राफ को रोके जाने और पुलिस कर्मियों के कम्प्यूटर प्रशिक्षण पर जोर दिया। ऊर्जा मंत्री श्री गजेन्द्रसिंह खींवसर ने बिजली चोरी रोके जाने पर जोर दिया तथा सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री युनूस खान ने सार्वजनिक सभाओं में जेबकतरों की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया। कृषि एवं पशुपालन मंत्रंी श्री प्रभुलाल सैनी ने गौ तस्करी की रोकथाम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री अरूण चतुर्वेदी ने महिला छात्रावासों की सुरक्षा, सहकारिता विभाग मंत्री श्री अजय सिंह ने विधायक फण्ड से सीसीटीवी कैमरा लगाने के प्रावधान पर जोर दिया जबकि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग राज्य मंत्री श्री हेमसिंह भड़ाना ने मेवात क्षेत्र में होने वाले अपराधों की रोकथाम पर जोर दिया।
इस मौके पर पुलिस अधिकारियों ने थानों में महिला पुलिसकर्मियों की कमी, यातायात प्रबंधन के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता के साथ ही जिलों में अवैध रूप बस रही कॉलोनियों के अंतर्गत होने वाले अपराधों, वित्तीय संस्थाओं, बैंकों, गोल्ड लोन कंपनियों आदि में न्यूनतम सुरक्षा व्यवस्था कायम करने, अलार्म सिस्टम, कर्मचारियों के पुलिस सत्यापन आदि के सुझाव रखे।
मुख्य सचिव राजीव महर्षि ने इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस को राज्य की जनता के हित में सफल बताते हुए मुख्यमंत्री श्रीमती राजे सहित सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।


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