टीचर की पिटाई के बाद बच्ची की मौत
जयपुर/झुंझुनूं।
होमवर्क पूरा नहीं करने की सजा ने शुक्रवार को एक 9 साल की स्टूडेंट पिया चौधरी की जान ले ली। करीब ढाई साल पहले झुंझुनूं में एक टीचर ने पिया की बेरहमी से पिटाई कर दी थी,जिसके बाद उसकी एक आंख की रोशनी चली गई थी। इस चोट के बाद पिया गंभीर रूप से बीमार थी और जयपुर के एक निजी कैंसर हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा था। उल्लेखनीय है कि प्रिया चौधरी की मां सोनू चौधरी को स्कूल प्रशासन और अध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी और इस बीच वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मिली। गहलोत ने पिया के परिवार को राहत देते हुए उसका इलाज सरकारी खर्चे पर शुरू करवाया था। जानकारी के अनुसार सितम्बर में स्कूल प्रशासन ने भी पिया के परिवार से माफी मांगते हुए 15 लाख रूपए का हर्जाना देने पर राजी हो गया था। इसके बाद पिया के परिवार ने स्कूल के खिलाफ केस वापस ले लिया था।
यह था मामला
करीब ढाई साल पहले 3 जुलाई 2010 को झुंझुनूं के सीतसर स्थित द टैगोर स्कूल की एक शिक्षिका ने पिया की होमवर्क पूरा नहीं करने पर बेरहमी से पिटाई कर दी। पिया तब फर्स्ट क्लास की स्टूडेंट थी। इस पिटाई से पिया की एक आंख की रोशनी चली गई। पिया की आंख का जख्म दिनों-दिन गहरा होता जा रहा था। पिया की मां के अनुसार इसके इलाज के लिए चिड़ावा,झुंझुनूं,जयपुर,पिलानी व दिल्ली के कई अस्पतालों में दिखाया। हर जगह एक ही जवाब मिलता है इसकी रोशनी दुबारा नहीं आ सकती। इस दौरान पिया के कई ऑपरेशन भी हो चुके थे। लेकिेन तब तक कैंसर ने पिया को जकड़ लिया था।
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