तपते धोरों में भी कूल रहेंगे जवान 
जोधपुर।
jaipurरेतीले धोरों पर सीमा की चौकसी कर रहे सेना के जवान अब गर्म थपेड़ों के बीच भी कूल रह सकेंगे। इसके लिए उन्हें रक्षा प्रयोगशाला की ओर से तैयार 'कूल वेस्ट' जैकेट जल्द ही उपलब्ध हो सकेंगे। वहीं लेह व लद्दाख जैसे ऊंचे और बर्फीले क्षेत्रों में देश की सुरक्षा के लिए डटे सैनिकों को प्रोजेक्ट 'ध्रुव' के जरिए गर्म जैकेट्स मुहैया करवाए जाएंगे। सैनिकों को हर परिस्थितियों में शुद्ध पानी मुहैया हो, इसके लिए वे पीठ पर 40 लीटर क्षमता वाली जल शुद्धिकरण मशीन टांगकर ले जा सकेंगे। जोधपुर की रक्षा प्रयोगशाला में इसके लिए परीक्षण व विभिन्न प्रक्रियाओं का दौर चल रहा है।
मिलेगा शुद्ध पानी
सैनिक अपनी पीठ पर जल शुद्धिकरण यंत्र लटका कर ले जा सकेंगे। प्रयोगशाला में 40 लीटर प्रति घंटा क्षमता वाला ऎसा यंत्र तैयार किया जा रहा है, जो बैटरी के अलावा सोलर ऊर्जा से भी चल सकेगा। करीब 9 किलो वजन वाले इस यंत्र की कीमत 7000-8000 है।
चार घंटे तक नहीं लगेगी गर्मी
कूल वेस्ट जैकेट की क्षमता पहले दो घंटे की थी, लेकिन अब इसे पहनने पर चार घंटे तक बिल्कुल गर्मी नहीं लगेगी। विभिन्न परीक्षणों में मिली सफलता के बाद अब तक ऎसे 500 जैकेट्स तैयार हो चुके हैं। प्रति जैकेट फिलहाल 2000 रूपए की लागत आ रही है। इसमें आगे व पीछे 12 जेबे हैं, जिनमें रखा विशेष्ा प्रकार का रसायन ठंडक देता है। आम आदमी भी इसे खरीद सके, इसके लिए विशेष्ा जैकेट तैयार की जा रही हैं। बीएसएफ, एयरफोर्स व रेलवे विभाग से इन जैकेट्स की मांग आ रही है।
रक्षा प्रयोगशाला में कई सैन्य उपकरण हैं, जिनका परीक्षण गर्मी में होता है। अब रक्षा प्रयोगशाला में ऎसे चैम्बर बनाए गए हैं, जहां सर्दी में भी गर्मी का वातावरण मिलेगा। डॉ. एस.आर. बढ़ेरा, निदेशक, रक्षा प्रयोगशाला जोधपुर

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top