विदेशों में भी सराही जाएगी 'प्रेम कहानी'
सवाईमाधोपुर।
'राजौर' व 'भगानी' के नाम से चर्चित बाघ-बाघिन के बिछोह पर आधारित वाइल्ड लाइफ फिल्म 'द टाइगर डायनेस्टी' अब विदेशों में भी सराही जाएगी। रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यान व सरिस्का में बनी इस फिल्म को चार अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया है। इसमें ग्रीन ऑस्कर सहित अन्य अवार्ड शामिल हैं। साथ ही फिल्म बनाने वाले टाइगर कैमरामैन के नाम से मशहूर वन्यजीव फिल्म निर्माता व छायाकार नल्ला मुत्थु को भी अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार मिलने की उम्मीद है।दरअसल बाघ टी-10 व बाघिन टी-18 ने रणथम्भौर से सरिस्का विस्थापित होने पर क्रमश: राजौर व भगानी क्षेत्र को अपनी टेरेटरी बनाया। दोनों में प्रेम हुआ और साथ रहने लगे। 15 नवम्बर 2010 में गांव वालों ने राजौर को जहर देकर मार दिया। उसके विछोह में तपड़ती बाघिन भगानी के दर्द व हावभाव के मूक प्रेम को शब्द देकर नल्ला मुत्थु ने फिल्म बनाई, जिसे काफी ख्याति मिली।
इन पुरस्कारों के लिए नामांकित
यूके में 14 अक्टूबर को होने वाले ग्रीन आस्कर अवार्ड की 'बेस्ट स्टोरी डलपिंग कंट्री' कैटेगरी में नामांकित
जर्मनी में 10 जुलाई को होने वाली ग्रीन स्क्रीन फेस्टिवल की 'बेस्ट एनवायरमेंट' फिल्म श्रेणी में नामांकित
जर्मनी में ही 6 अक्टूबर से होने वाले नेचर विजन फेस्टिवल में 'बेस्ट सिनेमेटोग्राफी' के लिए नामांकित
चार सितम्बर से इटली में होने वाले सेन्ड्रियो फिल्म फेस्टिवल में 'नेशनल पार्क बेस्ट स्टोरी' श्रेणी में नामांकित
राष्ट्रीय फिल्म समारोह में मचाई थी धूम
दिल्ली में गत मई में आयोजित 59वें नेशनल फिल्म अवार्ड समारोह में फिल्म 'द टाइगर डायनेस्टी' को 'बेस्ट वाइल्ड लाइफ फिल्म' व नल्ला मुत्थु को 'बेस्ट कैमरामैन' एवं 'बेस्ट प्रोड्यूसर' श्रेणी में पुरस्कार मिले। एक फरवरी को ये फिल्म बीबीसी के नेचुरल वल्र्ड पर प्रदर्शित की जा चुकी है। नल्ला फिलहाल 'रणथम्भौर कब्स' के नाम से फिल्म बना रहे हैं।
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